योग महोत्सव के साथ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 का 100 दिन का काउंटडाउन शुरू
केंद्रीय आयुष मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने किया 3 दिवसीय महोत्सव का उद्घाटन उन्होंने कारपोरेट सेक्टर से कार्यस्थल पर योग प्रकोष्ठ स्थापित करने की अपील की
योग महोत्सव 2023, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 के 100 दिनों के काउंटडाउन की शुरुआत के तहत आज नई दिल्ली में केंद्रीय आयुष मंत्री श्री सर्बानंद सोणोवाल ने तीन दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर माननीय मंत्री जी ने कहा कि,’योग के प्रचार और इसकी व्यापक स्वीकृति ने भारत को वैश्विक स्वास्थ्य और कल्याण के क्षेत्र में एक सशक्त नेतृत्व के रूप में स्थापित किया है’। श्री सर्बानंद सोणोवाल ने बड़े पैमाने पर जीवन शैली में योग को शामिल करने के लिए “वाई” ब्रेक योग पर एक मिनट का वीडियो भी लॉन्च किया।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 के महत्व को रेखांकित करते हुए आज सोमवार को ही माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट के माध्यम से अपील की कि- “योग दिवस के सौ दिनों के साथ, आप सभी से इसे उत्साह के साथ मनाने का आग्रह करता हूं। और, अगर आपने अभी तक योग को अपने जीवन का हिस्सा नहीं बनाया है, तो जल्द से जल्द इसे अपनाएं व जीवनशैली का हिस्सा बनाएं।”
तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित उद्घाटन कार्यक्रम में केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (डोनर) मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी, मणिपुर के मुख्यमंत्री श्री एन. बीरेन सिंह, केंद्रीय विदेश व संस्कृति राज्य मंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी व केंद्रीय राज्य मंत्री, आयुष और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय डॉ. मुंजपरा महेंद्रभाई, आयुष सचिव वैद्य राजेश कोटेचा सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ,अधिकारियों आदि की भी उपस्थिति रही।
इस कार्यक्रम में डॉ. एच.आर. नागेंद्र, चांसलर, एसव्यासा यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु, मुनिश्री कमल कुमार, तेरापंथ समाज, राजस्थान और सुश्री हिमा दास, अंतर्राष्ट्रीय एथलीट ने भाग लिया।
केंद्रीय आयुष और बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोणोवाल ने कहा कि योग के प्रचार और इसकी व्यापक स्वीकृति के माध्यम से, भारत खुद को वैश्विक स्वास्थ्य और कल्याण के क्षेत्र में एक नेतृत्वकर्ता के रूप में स्थापित कर रहा है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मैं कारपोरेट सेक्टर से अपील करता हूँ कि आप सब अपने ऑफिस परिसर में योग प्रकोष्ठ की स्थापना करें। इससे वहां काम करने वाले कर्मियों की कार्यक्षमता में वृद्धि होगी।
उन्होंनेकहा, यह समावेशी एवं व्यावहारिक विकास के लिए भारत की G20 प्राथमिकताओं पर भी फोकस है। यह दुनिया भर में मार्गदर्शक सिद्धांत के रूप में “वसुधैव कुटुम्बकम” के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। योगकेआधुनिकवैज्ञानिकपक्षकोरेखांकितकरतेहुएउननेकहा, अब तक योग से जुड़े 12 हजार से ज्यादा शोध पत्र इंडेक्स्ड जर्नल्स में प्रकाशित हो चुके हैं। इसके पक्ष में वैज्ञानिक शोध-आधारित साक्ष्य भी हैं। क्लीनिकल ट्रायल, रैंडम कंट्रोल ट्रायल, व्यवस्थित समीक्षा और मेटा-विश्लेषण, मौलिक समीक्षा आदि के क्षेत्र में भारत के साथ-साथ अन्य देशों में व्यापक शोध किया गया है। क्लीनिकल ट्रायल में मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय विकार, कैंसर, अस्थमा व पीसीओडी आदि जैसे विकार शामिल हैं।
इस अवसर पर केंद्रीय उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास, पर्यटन और संस्कृति मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि योग पर्यटन का एक महत्वपूर्ण घटक बन गया है। हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी योग को दुनिया भर के लोगों को एकजुट करने के लिए एक सांस्कृतिक राजदूत के रूप में देखते हैं। योग की बढ़ती लोकप्रियता के साथ पर्यटन मंत्रालय ने चिकित्सा और स्वास्थ्य पर्यटन शुरू किया है, जो अपने स्वास्थ्य और तंदुरूस्ती में सुधार के इच्छुक आगंतुकों के लिए विशेष योग और कल्याण कार्यक्रमों की पेशकश पर केंद्रित है।
केंद्रीय विदेश और संस्कृति राज्य मंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने कहा कि योग हमारी जीवनशैली का एक अभिन्न अंग बन गया है। हमारे जीवन में तनाव को कम करने में योग का बहुत बड़ा योगदान है, इसका नियमित अभ्यास स्वस्थ और रोग मुक्त जीवन की ओर कदम है, जिससे हमारा शारीरिक और मानसिक कल्याण होता है।
इस अवसर पर मणिपुर के मुख्यमंत्री श्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि मुझे यह बताते हुए बेहद प्रसन्नता हो रही है कि विश्वविद्यालयों में योग शिक्षा के लिए बनी समिति द्वारा चयनित देश के 6 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में योग विभाग शुरू करने के क्रम में इम्फाल स्थित मणिपुर विश्वविद्यालय भी शामिल है। इसी कड़ी में मणिपुर विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद ने योग विभाग खोलने के लिए 18 अप्रैल 2017 को एक प्रस्ताव पारित भी किया है।
केंद्रीय राज्य मंत्री, आयुष और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय डॉ. मुंजपरा महेन्द्रभाई ने इस बात पर जोर दिया कि आईडीवाई के प्रत्येक पूर्ववर्ती संस्करण ने अत्यधिक लोकप्रियता, वैश्विक समर्थन और स्वीकृति हासिल की है। योग महोत्सव 2023 का उत्सव अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 के लिए 100-दिवसीय उलटी गिनती की आधिकारिक शुरुआत का प्रतीक है और यह योग के क्षितिज को व्यापक बनाने के लिए योग केंद्रित गतिविधियों में भाग लेने के लिए जनता को जागरूक और प्रेरित करता है।
आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने कहा, “मंत्रालय ने भारत और दुनिया भर में योग के संदेश को ले जाने और इस तक अपनी पहुंच को व्यापक बनाने के लिए पिछले आठ वर्षों में हासिल की गई प्रगति के निर्माण के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए हैं।
योग महोत्सव 2023 कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय एथलीट सुश्री हिमा दास ने कहा कि वह नियमित रूप से योग का अभ्यास करती हैं, जिससे उन्हें एक एथलीट के रूप में कठोर अभ्यास करने में मदद मिलती है। उन्होंने कहा कि फिट रहने के लिए योग और प्राणायाम हमारे जीवन का हिस्सा होना चाहिए।
मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान (एमडीएनआईवाई) के साथ आयुष मंत्रालय दिल्ली के तालकटोरा इंडोर स्टेडियम, नई दिल्ली में 13 से 14 मार्च 2023 तक तीन दिवसीय योग महोत्सव और 15 मार्च, 2023 को एमडीएनआईवाई में पोस्ट महोत्सव योग कार्यशालाओं का आयोजन कर रहा है।
तीन दिवसीय योग महोत्सव 2023 में कई तरह के कार्यक्रम और गतिविधियां होंगी, जिनमें योग गुरुओं द्वारा वार्ता/प्रवचन, वाइस चांसलर समिट, जहां अग्रणी संस्थानों के प्रमुख अपने अनुभव साझा करेंगे, राज्य/केंद्र शासित प्रदेश आयुष समिट, योग फ्यूजन/प्रदर्शन, योग शामिल होंगे। लयबद्ध प्रदर्शन, क्विज़/एलोक्यूशन/पोस्टर प्रस्तुति और ‘वाई’ ब्रेक और सीवाईपी जैसी प्रतियोगिताओं का भी प्रदर्शन किया जाएगा।