दिनभर चले रक्षा मंत्रालय के ‘चिंतन शिविर’ के दौरान राजनाथ सिंह ने व्यापक चर्चा की

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नई दिल्ली, 7 जुलाई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 06 जुलाई, 2023 को नई दिल्ली में रक्षा मंत्रालय के ‘चिंतन शिविर’ की अध्यक्षता की।

चिंतन शिविर में, घरेलू रक्षा विनिर्माण में स्वदेशीकरण सामग्री को बढ़ाने के लिए कई अभिनव प्रस्ताव सामने आए; पूर्व सैनिकों को बेहतर स्वास्थ्य एवं पेंशन सेवाएं और पुनर्स्थापन प्रदान करना; अन्य अनुसंधान निकायों के साथ डीआरडीओ का अधिक सहयोग; निष्पादन लेखापरीक्षा; रक्षा मंत्रालय के कामकाज और विभिन्न संगठनों के भविष्य के रोडमैप में अधिक दक्षता लाना।

रक्षा मंत्री ने दिनभर विचार-विमर्श किया, जो छह सत्रों में चला, जिसमें रक्षा विभाग (डीओडी), रक्षा उत्पादन विभाग (डीडीपी), एमओडी (वित्त), सैन्य मामलों के विभाग (डीएमए) से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल थे। , पूर्व सैनिक कल्याण विभाग (DESW) और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO)।

रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे, रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने, सचिव (पूर्व सैनिक कल्याण) विजय कुमार सिंह, सचिव, रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग और अध्यक्ष डीआरडीओ डॉ. समीर वी. कामत और रक्षा मंत्रालय के सभी रैंकों के अन्य नागरिक और सैन्य अधिकारियों ने बैठक में भाग लिया।

प्रत्येक विभाग द्वारा प्रस्तुतियाँ दी गईं जिसके बाद विचारों का स्पष्ट और मुक्त आदान-प्रदान हुआ।

बैठक के बाद ट्वीट करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, ”आज दिन भर के ‘एमओडी चिंतन शिविर’ के दौरान व्यापक चर्चा हुई। भारत की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने और हमारे पूर्व सैनिकों के कल्याण से संबंधित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। मैंने सभी संबंधित विभागों को एक समयबद्ध कार्य योजना तैयार करने और 15 दिनों के भीतर की गई कार्रवाई रिपोर्ट पर एक प्रस्तुति देने का निर्देश दिया है।”

रक्षा मंत्री ने निर्देश दिया कि इन चर्चाओं को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न मुद्दों पर एक विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट एक पखवाड़े के भीतर उन्हें सौंपी जाए।

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