कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर की बेटी यामिनी की संस्था CPR का FCRA लायसेंस स्थाई रूप से कैंसिल, गृह मंत्रालय ने लिया सख्त एक्शन

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नई दिल्ली,18 जनवरी। कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर की बेटी यामिनी अय्यर से जुड़ी संस्था CPR पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सख्त एक्शन लिया है। यामिनी अय्यर सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च नाम के थिंक टैंक की अध्यक्ष है।

यामिनी अय्यर की इस संस्था पर आरोप है कि इसे गैर कानूनी ढंग से विदेशी फंडिंग मिलती है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक यह संस्था नियमों का उल्लंघन कर रही थी। यामिनी अय्यर की संस्था सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च फॉरेन कॉन्ट्रिब्यूशन रेगुलेशन एक्ट लाइसेंस रद्द कर दिया है।

मणिशंकर अय्यर की बेटी की संस्था पर पहले भी लग चुके है आरोप
मार्च 2023 में गृह मंत्रालय ने यामिनी अय्यर की थिंक टैंक संस्था सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च का फॉरेन कॉन्ट्रिब्यूशन रेगुलेशन एक्ट लाइसेंस सस्पेंड किया था। इस संस्था पर कथित तौर पर फोर्ड फाउंडेशन सहित कई विदेशी संगठनों से वित्तीय सहायता प्राप्त हुई थी। तब से यामिनी अय्यर की यह संस्था सरकार के निशाने पर है। सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च पर गुजरात के एक एनजीओ को भी धन देने का मामला सामने आया था।

सितंबर 2023 में सीपीआर पर आईटी की छापेमारी भी हुई थी। तब राजनीतिक पार्टियों के लिए चंदा इकट्ठा करने और टैक्स चोरी करने के भी आरोप लगे थे।

यामिनी अय्यर का सीपीआर क्या है और क्या करता है
थिंक टैंक सेंट्रल फॉर रिसर्च पॉलिसी यह एक गैर लाभकारी संगठन है। इसे डिपार्टमेंट ऑफ साइंस के तरफ से मान्यता प्राप्त है। सीपीआर के मुताबिक यह एनजीओ साल 1973 से भारत का टॉप पॉलिसी थिंक टैंक है। इस संस्था का उद्देश्य भारत के इको सिस्टम को विकसित करना है। सीपीआर देश की 21वीं सदी की चुनौतियों और नीतिगत मुद्दों पर गहन शोध करता है। साथ ही यह संस्था थिंकर और पॉलिसी मेकर्स को एक मंच प्रदान करता है।

यामिनी अय्यर सीपीआर से कैसी जुड़ी
कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के बेटी यामिनी अय्यर साल 2017 में सीपीआर से जुड़ी। तब यामिनी को इस संस्था में नई दिल्ली की अध्यक्ष बनाया गया था। इससे पहले वह साल 2008 में केंद्र में अकाउंटेबिलिटी इनिशिएटिव की सीनियर रिसर्च फेलो और संस्थापक थी। इसके अलावा यामिनी अय्यर ओपन गवर्नमेंट पार्टनरशिप के इंटरनेशनल एक्पर्ट पैनल की संस्थापक सदस्यो भी हैं। वह आर्थिक मंच की ग्लोबल काउंसिल ऑन गुड गवर्नेंस की सदस्य भी रही हैं।

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