श्री प्रल्हाद जोशी ने कहा 72.50 मिलियन टन कोयला विभिन्न स्रोतों पर उपलब्ध है

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22.01 मिलियन टन ताप विद्युत संयंत्रों के पास उपलब्ध

8.55प्रतिशत वृद्धि दर्ज करते हुए भारत ने 2021-22 के दौरान 777.23 मिलियन टन कोयले का उत्पादन किया
केंद्रीय कोयला, खान और संसदीय कार्य मंत्री श्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि वर्तमान में कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल), सिंगरेनी कोलरीज कंपनी लिमिटेड (एससीसीएल), कोल वाशरीज आदि के विभिन्न स्रोतों में 72.50 मिलियन टन कोयला उपलब्ध है। एक ट्वीट में मंत्री महोदय ने कहा कि ताप विद्युत संयंत्रों (टीपीपी) के पास भी 22.01 मिलियन टन कोयला उपलब्ध है।

श्री जोशी ने कहा कि देश में पर्याप्त कोयला उपलब्ध है औरयह स्टॉक एक महीने तक चलेगा और रिकॉर्ड उत्पादन के साथ दैनिक आधार पर उपलब्धता के अनुसारआपूर्ति भी हो रही है।

गौरतलब है कि कोयला मंत्रालय के अनंतिम आंकड़ों के अनुसार, 2020-21 के दौरान 716 मीट्रिक टन की तुलना में वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल कोयला उत्पादन 777.23 मिलियन टन तक पहुंच गया है, और इसमें प्रति वर्ष 8.55 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) का उत्पादन 2020-21 में 596.24 मीट्रिक टन से 4.43 प्रतिशत बढ़कर वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान 622.64 मीट्रिक टन हो गया है।

सिंगरेनी कोलरीज कंपनी लिमिटेड (एससीसीएल) ने पिछले वर्ष 50.58 मीट्रिक टन की तुलना में 2021-22 के दौरान 28.55 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 65.02 मीट्रिक टन उत्पादन किया। वहीं कैप्टिव खानों का कोयला उत्पादन 89.57 मीट्रिक टन हो गया है। 2020-21 के दौरान यह केवल 69.18 मीट्रिक टन था।

2021-22 के दौरान कुल कोयला प्रेषण पिछले वर्ष के 690.71 मीट्रिक टन के आंकड़े के मुकाबले 818.04 मीट्रिक टन के आंकड़े तक पहुंच गया है, और इसमें 18.43 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। इस अवधि के दौरान, सीआईएल ने 2020-21 के 573.80 मीट्रिक टन के आंकड़े के मुकाबले 661.85 मीट्रिक टन कोयला भेजा।

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