‘किसान भागीदारी, प्राथमिकता हमारी’ का आयोजन आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में 25 अप्रैल से 30 अप्रैल 2022 तक किया जाएगा

0

केन्द्रीय कृषि मंत्री कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) द्वारा आयोजित फसल बीमा पर राष्ट्रव्यापी कार्यशाला लॉन्च करेंगे

प्रत्येक कृषि विज्ञान केन्द्र में कृषि मेला एवं प्राकृतिक खेती पर प्रक्षेत्र प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा

75 चयनित किसानों और उद्यमियों का एक राष्ट्रीय आत्मनिर्भर भारत सम्मेलन आयोजित किया जाएगा

इस अभियान में 1 करोड़ से अधिक किसानों और हितधारकों के भाग लेने की उम्मीद

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के विभिन्न अन्य मंत्रालयों/विभागों के सहयोग से ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के हिस्से के रूप में 25 से 30 अप्रैल, 2022 तक ‘किसान भागीदारी, प्राथमिकता हमारी’ अभियान का आयोजन कर रहा है। इस अभियान के दौरान, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग किसानों के लिए क्षेत्रीय स्तर पर राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम आयोजित करेगा।

कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग प्रत्येक कृषि विज्ञान केंद्र में कृषि मेला और प्राकृतिक खेती पर प्रक्षेत्र प्रदर्शनी का आयोजन करेगा। केंद्रीय कृषि मंत्री सामान्य सेवा केंद्र (सीएससी) द्वारा आयोजित फसल बीमा पर राष्ट्रव्यापी कार्यशाला का लॉन्च करेंगे।

ग्रामीण विकास मंत्रालय के साथ-साथ डीएवाई-एनआरएलएम के तहत कृषि परितंत्र और पशुधन प्रथाओं पर एक व्याख्यान आयोजित किया जाएगा। सप्ताह के दौरान वाणिज्य मंत्रालय और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय द्वारा एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) पर एक वेबिनार आयोजित किया जाएगा। 75 चयनित किसानों और उद्यमियों का एक राष्ट्रीय आत्म निर्भर भारत सम्मेलन भी आयोजित किया जाएगा।

सप्ताह के दौरान खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय विभागों की विभिन्न योजनाओं के बारे में एक जिला एक उत्पाद आधारित कार्यशाला, वेबिनार और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करेंगे।

उक्त अभियान में देश भर में प्रत्यक्ष (ऑफ़लाइन) और वर्चुअल (ऑनलाइन) माध्यम से 1 करोड़ से अधिक किसानों और हितधारकों के भाग लेने की उम्मीद है।

उक्त अभियान के दौरान भारतीय स्वतंत्रता के 75 वर्षों में कृषि विकास की  निम्नलिखित उपलब्धियों पर प्रकाश डाला जाएगा:

  • हरित क्रांति: खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भरता;
  • बागवानी फसलों- अदरक, केला, आम और पपीता का सबसे बड़ा उत्पादक;
  • पीली क्रांति (ऑपरेशन गोल्डन फ्लो);
  • मीठी क्रांति: शहद उत्पादन;
  • फसल सिंचाई में सुधार;
  • कृषि में आईसीटी का उपयोग;
  • कृषि में रिमोट सेंसिंग/जीआईएस/ड्रोन का अनुप्रयोग;
  • कृषि में जैव-प्रौद्योगिकी का अनुप्रयोग;
  • जल-संभर विकास कार्यक्रम की सफलता;
  • बीज और उर्वरक में आत्मनिर्भरता;
  • कृषि यंत्रीकरण में उन्नति;
  • मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन (आईएनएम)
  • कीटों का प्रभावी प्रबंधन (आईपीएम);

किसान भागीदारी प्राथमिक हमारी अभियान भारत सरकार की विभिन्न प्रमुख योजनाओं के तहत गतिविधियों और उपलब्धियों को रेखांकित करेगा, अर्थात्:

  • प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि;
  • प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना;
  • प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना – प्रति बूंद अधिक फसल;
  • प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना;
  • किसान क्रेडिट कार्ड;
  • कृषि ऋण;
  • ई-राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-एनएएम);
  • किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ);
  • मृदा स्वास्थ्य कार्ड;
  • जैविक और प्राकृतिक खेती;
  • पौध संरक्षण और पौध संगरोध;
  • मधुमक्खी पालन;
  • फार्म मशीनीकरण;
  • राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन;
  • बीज और रोपण सामग्री;
  • बागवानी के समेकित विकास पर मिशन;
  • विस्तार सुधार (एटीएमए);
  • आरकेवीवाई – रफ्तार – कृषि स्टार्ट-अप;

Leave A Reply

Your email address will not be published.