समकालीन भारत की 9 श्रेष्ठतम विज्ञान योजनाओं को लोकप्रिय बनाने के लिए जल्द ही एक व्यापक आउटरीच कार्यक्रम शुरू किया जाएगा- डॉ. जितेंद्र सिंह

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नई दिल्ली, 16नवंबर। केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पीएमओ, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज कहा की विभिन्न विज्ञान मंत्रालयों और विभागों के माध्यम से शुरू की गई समकालीन भारत की श्रेष्ठतम 9 विज्ञान योजनाओं को लोकप्रिय बनाने के लिए जल्द ही एक व्यापक सार्वजनिक आउटरीच कार्यक्रम शुरू किया जाएगा।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी मुख्यालय में विज्ञान सचिवों की मासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए, डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा की प्रधानमंत्री के विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार सलाहकार परिषद (पीएम-एसटीआईएसी) के 9 मिशन चंद्रयान, गहरे महासागर मिशन, क्वांटम प्रौद्योगिकी, टीके और जैव-विनिर्माण, अरोमा मिशन और पर्पल क्रांति, वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), अपशिष्ट से धन मिशन, राष्ट्रीय जैव विविधता मिशन आदि जैसे विषयों पर मिशन वैश्विक मिशनों के बराबर हैं।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर अजय सूद से सोशल मीडिया और ऑडियो-वीडियो सामग्री सहित एक विस्तृत मीडिया रणनीति तैयार करने के लिए जल्द ही सभी विज्ञान सचिवों और संबंधित मंत्रालयों और विभागों की एक बैठक बुलाने को कहा।

क्वांटम मिशन का उदाहरण देते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, क्वांटम मैकेनिकल सिस्टम, क्वांटम संचार, नई सामग्री, क्वांटम सेंसर, क्वांटम क्रिप्टोग्राफी के नियंत्रण में सफलताओं के साथ क्वांटम फ्रंटियर में क्षमता निर्माण राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक कल्याण के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा, इसी तरह प्रधानमंत्री के विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार सलाहकार परिषद (पीएम-एसटीआईएसी) के अन्य मिशन भी विश्व स्तरीय हैं। डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि ये अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियां, नवाचार और आम लोगों की भलाई के लिए उनका उपयोग व्यापक मीडिया आउटरीच कार्यक्रम के माध्यम से देश के हर कोने तक पहुंचना चाहिए।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने अगले पांच वर्षों की महत्वपूर्ण विज्ञान और प्रौद्योगिकी परियोजनाओं के रोडमैप को महीने के अंत से पहले अंतिम रूप देने और महत्व के आधार पर प्राथमिकता तय करने के भी निर्देश दिए।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने 4 दिसंबर, 2023 से नई दिल्ली के प्रगति मैदान, भारत मंडपम में आयोजित होने वाले ग्लोबल बायो-इंडिया की तैयारियों की समीक्षा की।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने 17 से 20 जनवरी, 2024 तक हरियाणा के फरीदाबाद में आयोजित होने वाले भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) 2023 के 9वें संस्करण के समग्र परिदृश्य की भी समीक्षा की।

भारत का बृहद विज्ञान मेला फ़रीदाबाद में ट्रांसलेशनल हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (टीएचएसटीआई) और जैव प्रौद्योगिकी विभाग के क्षेत्रीय जैव प्रौद्योगिकी केंद्र (आरसीबी) के परिसर में आयोजित किया जाएगा। आईआईएसएफ 2023 में प्रतिभागियों और आम जनता को लाभ प्रदान करने वाली वैज्ञानिक उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए कुल 17 थीम होंगी।

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