बिहार: रक्षाबंधन पर स्कूली छुटियां रद करने से नाराज छात्र नहीं आए स्कूल, इंतजार करते दिखे शिक्षक गण

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पटना, 1सितंबर। अक्ल विहीन सरकार के स्कूली शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने रक्षाबंधन पर्व पर स्कूलों को खोलने के आदेश का असर यह हुआ कि बुधवार 30 अगस्त के दिन शालाओं में शिक्षक तो मजबूरी में मौजूद रहे पर छात्रों ने शालाओं की तरफ रुख ही नहीं किया।

बिहार के स्वनाम धन्य शिक्षा मंत्री के आधीन शिक्षा विभाग ने पर्व-त्योहारों में कई छुट्टियों को रद्द कर दिया है. इस पर जहां राजनीतिक गलियारों में बयानबाजी का दौर चल रहा है, तो वही शिक्षा विभाग के निर्देश को बच्चे भी पालन नहीं कर रहे हैं.

29 अगस्त को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक (KK Pathak) के निर्देश पर सभी स्कूलों में छुट्टी रद्द करने का निर्देश दिया गया, जिसमें रक्षा बंधन पर्व की भी छुट्टी को रद्द कर दिया गया है, लेकिन बच्चों ने शिक्षा विभाग के निर्देश को ठेंगा दिखा दिया है. हालांकि शिक्षक अपनी ड्यूटी पूरी करने के लिए निर्देशों का पालन किया है. शिक्षक स्कूल पहुंचे हुए थे.

शिक्षक तैनात बच्चे नदारत
रक्षाबंधन पर्व के मौके पर पटना के अधिकांश स्कूलों की स्थिति एक जैसी दिखी. कई स्कूलों के एक भवन में ही दो से तीन स्कूल चलते हैं. कहीं सुबह 6:30 से 11:30 तक स्कूल है तो कहीं 9:00 से तो कहीं 11:30 से 5:00 बजे तक स्कूल चलता है, लेकिन सभी स्कूलों की स्थिति वैसी ही है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कहीं 6:30 बजे शिक्षक स्कूल तो पहुंच गए, लेकिन 10:00 बजे दिन तक एक भी बच्चे स्कूल में नहीं पहुंचे. फतुहा के व्यापार मंडल बालिका प्राथमिक विद्यालय में वही स्थिति देखी गई. प्रखंड कॉलोनी मध्य विद्यालय फतुहा, स्टेशन रोड प्राथमिक विद्यालय की स्थिति भी वैसी ही रही.

बता दें कि बुधवार को बिहार शिक्षा विभाग के अवर मुख्य सचिव केके पाठक के आदेश पर माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने छुट्टियां रद्द करने का आदेश जारी किया है. इसके तहत इस साल लगभग 14 छुट्टियां अब रद्द रहेंगी और शिक्षकों को रक्षाबंधन, तीज, जिउतिया में भी जहां छुट्टी नहीं मिलेगी. वहीं, दुर्गापूजा, छठ, दीपावली, भैया दूज, गुरु नानक जयंती, चित्रगुप्त पूजा जैसे त्योहारों में भी छुट्टियों में कटौती की गई है. माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने छुट्टियां रद्द करने का कारण बताया है कि समय समय पर परीक्षा, त्योहार, चुनाव की वजह से पढ़ाई बाधित हो रही है, ऐसे में बच्चों के हित में छुट्टियों रद्द करने का आदेश जारी किया गया है. शिक्षा विभाग के फरमान के बाद एक बार फिर से बिहार के शिक्षकों का आक्रोश भड़क उठा है और सरकार के खिलाफ सभी ने आंदोलन की चेतावनी दे दी है. वहीं, भाजपा सांसद व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी नीतीश सरकार पर हमला बोला है.

शिक्षा विभाग ने नई डेटशीट जारी की
बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि बिहार शिक्षा विभाग के इस फैसले के बाद रक्षाबंधन के दिन भी कोई छुट्टी नहीं मिलेगी. ऐसे में 31 अगस्त को भी छात्रों को स्कूल आना होगा. केके पाठक के निर्देश पर राज्य के प्रारंभिक से उच्च माध्यमिक तक के स्कूलों में छुट्टियों की नई डेटशीट जारी की गई है. राज्य में दुर्गापूजा में स्कूलों में छह दिनों की छुट्टी थी, जिसे अब रविवार जोड़कर तीन दिनों का किया गया है.

दीपावली से छठ तक मिलती थी छुट्टी
गौरतलब है कि इससे पहले दीपावाली से छठ तक छुट्टियां मिलती थीं. इस साल भी में 13 नंवबर से 21 नवंबर तक छुट्टी निर्धारित थी. अब दिवाली पर 12 नवंबर, चित्रगुप्त पूजा पर 15 नवंबर और छठ पूजा पर सिर्फ दो दिन छुट्टियां मिलेंगी. छठ पूजा के अवसर पर 19 और 20 नवंबर को छुट्टी रहेगी. बिहार शिक्षा विभाग ने कहा है कि शिक्षा का अधिकार कानून 2009 में पहली से 5वीं तक कम-से-कम 200 दिन तथा छठी कक्षा से आठवीं तक कम-से-कम 220 दिनों के कार्यदिवस का प्रावधान है. इसके तहत ही नई लिस्ट बनाई गई है.

शिक्षा विभाग के फैसले का विरोध
शिक्षा का अधिकार अधिकार अधिनियम-2009 के अनुसार वर्ष में 1-5 कक्षा 200 दिन और 6-8 कक्षा 220 दिन संचालित करने का आदेश हैं एक वर्ष में 52 रविवार और 60 पर्व त्यौहार की छुट्टियां घटा कर भी स्कूल में 253 दिन वर्ग संचालित होता है फिर भी छुट्टियों को रद्द करना शिक्षा विभाग की तानाशाही है. बिहार स्कूल शिक्षा विभाग के इस फैसले का विरोध भी किया जा रहा है. बिहार में छठ पूजा को महापर्व के तौर पर मनाया जाता है. इसकी छुट्टियों में कटौती की खबर आने के बाद सोशल मीडिया पर कई पोस्ट किए जा रहे हैं. पहले की तरह ही छुट्टी देने की मांग की जा रही है.

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