दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ के साथ मतभेदों से इनकार किया, कहा- ये बीजेपी का दुष्प्रचार

0

नई दिल्ली, 30अक्टूबर। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने पार्टी की प्रदेश इकाई के प्रमुख कमलनाथ के साथ किसी भी प्रकार के मतभेद से इनकार किया और दावा किया कि इस प्रकार की बात सत्तारूढ़ बीजेपी (BJP) द्वारा किया जा रहा दुष्प्रचार है. सिंह ने एक बयान में कहा कि कई समाचारपत्रों में दावा किया गया है कि उन्होंने झाबुआ और खातेगांव की अपनी यात्रा अप्रसन्न होने की वजह रद्द कर दी.

दिग्विजय सिंह ने कहा, भाजपा में इन दिनों गुटबाजी चरम पर है और इस पर पर्दा डालने के लिए वे कांग्रेस के नेताओं के बीच मतभेदों की गलत खबरें प्रचारित कर रहे हैं, खासतौर पर कमलनाथ और मेरे बीच. कांग्रेस का हर नेता एकजुट होकर भाजपा को हराने के लिए प्रतिबद्ध है. राज्यसभा सदस्य ने कहा कि उन्होंने अपना झाबुआ और खातेगांव का दौरा इसलिए रद्द कर दिया क्योंकि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव संगठनात्मक और चुनावी महत्व के कुछ मुद्दों पर चर्चा करना चाहते थे. उन्होंने कहा कि कांगेस में कोई गुटबाजी नहीं है.

हालांकि, भाजपा की प्रदेश इकाई के सचिव रजनीश अग्रवाल ने कहा कि कमलनाथ और सिंह के बीच मतभेद जगजाहिर हैं तथा उनके बीच की बातचीत के वीडियो रिकॉर्ड हैं और उससे यह साबित भी होता है. अग्रवाल ने कहा, हालिया घटनाओं से यह स्पष्ट है कि कमलनाथ और उनके समर्थक सिंह को प्रचार से दूर रखना चाहते हैं तथा उन्हें दरकिनार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि टिकट बंटवारे के बाद प्रदर्शन होने पर कमलनाथ ने खुलेआम सिंह के कपड़े फाड़ने को कहा था. सिंह ने इसके बाद टिकट वितरण के लिए कमलनाथ को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि चुनावी फॉर्म पर कमलनाथ के हस्ताक्षर होते हैं, जो पार्टी के प्रदेश प्रमुख हैं.

भाजपा नेता ने कहा, उनके बीच मतभेद दिखाने के लिए और किस चीज की जरूरत है. अग्रवाल ने कहा कि टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने खुलेआम पोस्टर में सिंह का चेहरा काला कर दिया और उनका पुतला भी जलाया.

कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने शनिवार को कमलनाथ और वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह की तुलना अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र से की, जिन्होंने लोकप्रिय फिल्म शोले में क्रमश: जय और वीरू की भूमिकाएं निभाई थीं.

सुरजेवाला ने भोपाल में पत्रकार वार्ता में एक सवाल के जवाब में कहा, धर्मेंद्र और अमिताभ बच्चन (शोले में) के बीच का रिश्ता सिंह और कमलनाथ के बीच जैसा ही है. न तो गब्बर सिंह (शोले फिल्म का मुख्य खलनायक) उनमें लड़ाई करवा सका और न ही भाजपा का गब्बर सिंह यहां ऐसा करवा पाएगा. उन्होंने दावा किया कि टिकट वितरण को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा के भीतर भारी टकराव है.

सुरजेवाला के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि सुरजेवाला की टिप्पणी ने इस तथ्य को स्थापित किया है कि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह जय और वीरू के धोखेबाज पात्रों के समान हैं, जो जेल से भाग गए थे.

Leave A Reply

Your email address will not be published.