संदेशखाली में ममता बनर्जी और टीएमसी का पतन होगा- सीएम हिमंत बिस्वा
गुवाहटी, 22फरवरी। संदेशखाली में हिंसा के मुद्दे पर भाजपा, राष्ट्रीय महिला आयोग और कलकत्ता उच्च न्यायालय सहित कई संस्थाओं ने कड़ी आलोचना की है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इस घटना को बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस के पतन का संभावित संकेतक बताते हुए पश्चिम बंगाल की स्थिति पर गंभीर आशंका व्यक्त की है। सरमा ने बंगाल में पत्रकारों के साथ व्यवहार की निंदा की और वास्तविक स्थिति की रिपोर्ट करने का प्रयास करने वालों की गिरफ्तारी पर प्रकाश डाला। उन्होंने तृणमूल नेताओं द्वारा यौन हिंसा के आरोपों और संदेशखाली में उत्पीड़न के कई मामलों का जिक्र किया।
सरमा ने कानूनी प्रणाली में अपने विश्वास की पुष्टि की और कहा कि कानून स्थिति का समाधान करेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह के अत्याचार करने वाली सरकार को परिणाम भुगतने होंगे और वह लंबे समय तक सत्ता पर बरकरार नहीं रहेगी। हाल की घटनाओं में संदेशखली में रिपब्लिक टीवी के एक पत्रकार की गिरफ्तारी शामिल है, जिसके कारण राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक को दो सप्ताह के भीतर रिपोर्ट सौंपने के लिए नोटिस जारी किया। एनएचआरसी को एक पत्रकार की अवैध हिरासत और पश्चिम बंगाल में मीडिया दमन की चिंताओं के बारे में शिकायतें मिलीं।
संदेशखाली में अशांति से संबंधित सामूहिक बलात्कार और हत्या के प्रयास के आरोप में दो टीएमसी नेताओं को गिरफ्तार किया गया है।