मणिपुर: राज्यपाल अनुसुईया उइके ने नाबार्ड द्वारा तैयार किया गया राज्य फोकस पेपर 2024-25 किया जारी

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नई दिल्ली, 23मार्च। राजभवन में “स्टेट फोकस पेपर 2024-25“ जारी किया। नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट (नाबार्ड) द्वारा तैयार किया गया पेपर भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा परिभाषित मणिपुर राज्य में प्राथमिकता क्षेत्र की गतिविधियों के लिए 2963.17 करोड़ रुपये की कुल ऋण क्षमता का अनुमान लगाया है।

राजभवन के कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित राज्य क्रेडिट सेमिनार 2024 में पेपर जारी करते हुए राज्यपाल ने कहा कि नाबार्ड द्वारा तैयार संभावित लिंक क्रेडिट योजना को जिलेवार क्रेडिट योजनाओं को एकत्रित करके वर्ष 2024-25. के “स्टेट फोकस पेपर“ के रूप में जारी किया गया है।

उन्होंने कहा इस योजना के आधार पर राज्य का आर्थिक विकास होगा. इस लक्ष्य को प्राप्त करने में सभी बैंकर्स एवं सरकारी अधिकारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सभी हितधारक अपने-अपने उत्तरदायित्वों का ईमानदारी, संवेदनशीलता एवं त्वरित गति से निर्धारित समयावधि में निर्वहन कर लक्ष्य प्राप्ति में सहयोग करेंगे।

राज्यपाल ने आगे कहा कि मणिपुर के ग्रामीणों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति, उनके आय स्तर और जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए, राज्य में ग्रामीण बुनियादी ढांचे के विकास के लिए नाबार्ड द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करना आवश्यक है और यह कार्य बैंक के अधिकारियों के सहयोग से ही किया गया किया जा सकता है।

ग्रामीण क्षेत्रों, कृषि, कुटीर और ग्रामोद्योग, हस्तशिल्प और ग्रामीण शिल्प और अन्य आर्थिक गतिविधियों और एमएसएमई की समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए, क्षेत्र के प्रचार और विकास के लिए ऋण सुविधाएं, बाजार और उचित मूल्य प्रदान करना आवश्यक है।

नाबार्ड ने अपने स्टेट फोकस पेपर 2024-25 में उपलब्ध ऋण क्षमता 2,963.17 करोड़ रुपये होने का अनुमान लगाया है। इसमें से एक हजार चार सौ बाईस दशमलव अट्ठासी करोड़ रुपये यानी 48 प्रतिशत कृषि गतिविधियों के लिए अनुमानित है। जबकि, एक हजार एक सौ छत्तीस दशमलव बाईस करोड़ रुपये यानी 38% एमएसएमई के लिए अनुमानित है और शेष 14 प्रतिशत यानी चार सौ चार दशमलव शून्य सात करोड़ रुपये अन्य प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के लिए अनुमानित है। राज्यपाल ने विश्वास व्यक्त किया कि सभी हितधारक लक्ष्य हासिल करने के लिए काम करेंगे और राज्य के विकास में योगदान देंगे। सेमिनार में आरबीआई, एसबीआई, पीएनबी, मणिपुर ग्रामीण बैंक आदि के वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

अखिल भारतीय संगठन मंत्री बीआर शंकरानंद ने भारतीय शिक्षण मंडल, मणिपुर प्रांत के सदस्यों के साथ की मुलाकात
राज्यपाल मणिपुर अनुसुईया उइके से 20 मार्च 2024 को अखिल भारतीय संगठन मंत्री बीआर शंकरानंद ने भारतीय शिक्षण मंडल, मणिपुर प्रांत के सदस्यों के साथ मुलाकात की और शिक्षा के क्षेत्र में अनुसंधान और बौद्धिक पहलुओं पर अपने गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। सदस्यों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के कार्यान्वयन में अपनी पहल का भी उल्लेख किया। साथ ही उन्होंने राज्यपाल को शिक्षा के क्षेत्र में राहत शिविरों के छात्रों और बच्चों के लिए अपने कार्यो के बारे में भी जानकारी दी।

 

राज्यपाल ने उनसे कहा कि राहत शिविरों में छात्रों तक पहुंचने का प्रयास करें ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ये सभी बच्चे अपने शिक्षा प्राप्ति के अधिकारों से वंचित न रहें।

आज राजभवन में मणिपुर की राज्यपाल मिस अनुसुइया उइके से नॉर्थ ईस्ट पोस्टल सर्कल की चीफ पोस्ट मास्टर जनरल मरियम्मा थॉमस ने अन्य पोस्टल अधिकारियों के साथ मुलाकात की और प्रदेश में चल रहे गतिरोध के दौरान डाक विभाग द्वारा प्रदान की गई निर्बाध सेवाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि संवेदनशील इलाकों में पार्सल की डिलीवरी असम राइफल्स और केंद्रीय बलों की सहायता से की जाती है। राज्य में राहत शिविरों में शरण लेने वाले लोगों के लिए मुख्य रूप से बैंकिंग सेवाओं की अपनी गतिविधियों का भी उल्लेख किया।

राज्यपाल ने डाक सेवाओं के सुचारू कामकाज के लिए अपने कार्यालय से सहायता का आश्वासन दिया और उन्हें लोगों के हित में अपनी समर्पित सेवाएं जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।

संस्कृति विश्वविद्यालय और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक के प्रोफेसरों द्वारा लिखित पुस्तक “श्री श्री गोविंदजी जी फिजोल (वेश)“ के विमोचन समारोह में शामिल श्री गोविंदजी मंदिर परिसर, इंफाल में मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने संस्कृति विश्वविद्यालय और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक के प्रोफेसरों द्वारा लिखित पुस्तक “श्री श्री गोविंदजी जी फिजोल (वेश)“ के विमोचन समारोह में भाग लिया।

इस कार्यक्रम का आयोजन श्री श्री गोविंदजी बोर्ड, इंफाल, जेएन मणिपुर डांस अकादमी, इंफाल और इंटेलेक्चुअल फोरम ऑफ नॉर्थ ईस्ट – मणिपुर द्वारा संयुक्त रूप से किया जाता है।

सभा को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने होली उत्सव के दौरान श्री श्री गोविंदजी मंदिर के प्रवास पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने विभिन्न अवसरों पर गौड़ीय वैष्णवों द्वारा सर्वोच्च देवता के रूप में पूजे जाने वाले श्री श्री गोविंदजी द्वारा पहनी जाने वाली वेशभूषा को चित्रित करते हुए सचित्र रंगों में पुस्तक प्रकाशित करने के लेखकों के प्रयासों की सराहना की।

मणिपुर में हिंदू धर्म के विकास और राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का उल्लेख करते हुए, राज्यपाल ने सभी से प्रेम और सद्भाव के सिद्धांतों का पालन करके सामान्य स्थिति और शांति बहाल करने के लिए सामूहिक प्रयास करने की अपील की ताकि शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की परंपरा जारी रहे। कार्यक्रम के बाद सुश्री अनुसुईया उइके श्री श्री गोविंदजी मंदिर में ग्वाल आरती में भी शामिल हुईं।

इस अवसर पर प्रो. नाओरेम लोकेन्दो सिंह, वी.सी. मणिपुर विश्वविद्यालय, प्रो. पौनम गुनिन्द्रो सिंह, वी.सी. मणिपुर संस्कृति विश्वविद्यालय, प्रो. नोंगमैथेम राजमुहोन सिंह, वी.सी. धनमंजुरी विश्वविद्यालय और श्री श्री गोविंदजी मंदिर बोर्ड के सदस्य श्री एस. तरुण कुमार शर्मा भी क्रमशः सम्मानित अतिथि और उपस्थित थे।

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