वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही में सेल के शुद्ध मुनाफे में

0

12 प्रतिशत वृद्धि हुई, जो तप्त धातु, कच्चा स्टील तथा विक्रय-योग्य स्टील के उत्पादन में सर्वाधिक है

इस्पात मंत्रालय के तहत भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड (सेल) ने वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही तथा 9 महीने के दौरान कंपनी की वित्तीय उपलब्धियों की कल यानि 9 फरवरी, 2022 को घोषणा की।

वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही तथा पहले 9 महीने के दौरान सेल के निष्पादन की मुख्य विशेषताएः

  • तप्त धातु, कच्चा स्टील तथा विक्रय-योग्य स्टील के उत्पादन के संदर्भ में सर्वाधिक है
  • पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही के दौरान शुद्ध मुनाफे में 12 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई। वित्त वर्ष 2021-22 के पहले 9 महीने के दौरान शुद्ध मुनाफा बढ़कर 9,597 करोड़ रुपए हो गया है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि के दौरान 406 करोड़ रुपए था।
  • वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही के दौरान विभिन्न संचालनों से राजस्व 28 प्रतिशत बढ़कर 25,245 करोड़ रुपए हो गया और पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में वित्त वर्ष 2021-22 के पहले 9 महीने के दौरान 29 प्रतिशत वृद्धि के साथ 72,715 करोड़ रुपए हो गया।
  • 31.12.2021 को ऋण 19,128 करोड़ रुपए रहा।

 

एक नजर में सेल का निष्पादन     

  वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही वित्त वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही वित्त वर्ष 2021-22 का  पहला 9 महीना वित्त वर्ष 2020-21 का  पहला 9 महीना
वित्तीय निष्पादन, करोड़ रुपए में
ईबीआईटीडिए 3659 5294 17581 7267
पीबीटी 1931 3645 12829 2271
पीएटी 1443 1283 9597 406
वास्तविक निष्पादन, मिलियन टन
तप्त धातु उत्पादन 4.886 4.798 13.816 11.606
कच्चा स्टील उत्पादन 4.531 4.368 12.77 10.659
विक्रय योग्य स्टील उत्पादन 4.365 4.153 12.455 10.184

 

कंपनी ने 31 दिसंबर, 2021 को समाप्त तिमाही के साथ-साथ वित्त वर्ष 2021-22 के पहले 9 महीनों के दौरान अपना सर्वश्रेष्ठ वास्तविक निष्पादन दर्ज किया है। हालांकि कंपनी के नियंत्रण से परे विभिन्न कारकों के कारण वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही के दौरान वित्तीय निष्पादन में यह परिलक्षित नहीं होता है, जिसमें मुख्य रूप से आयातित और स्वदेशी कोकिंग कोयले की कीमतों में अभूतपूर्व वृद्धि शामिल है। अर्थव्यवस्था में समग्र सकारात्मक दृष्टिकोण और बुनियादी ढांचे पर खर्च बढ़ाने के लिए केंद्रीय बजट की घोषणाओं के साथ, आगामी तिमाहियों के दौरान निष्पादन में सुधार होने की संभावना है। कंपनी का ध्यान अपने ऋण को कम करने पर बना हुआ है और दूसरी तिमाही के दौरान इसमें लगभग 15 प्रतिशत की कमी होने से यह परिलक्षित होता है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.