केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा- बजट 2022 में भारत के लिए महत्वपूर्ण वैश्विक भूमिका निहित है और यह भारत @75 को भारत @ 100 में ले जाने वाला है

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यह बजट दृष्टिकोण में भविष्यवादी और इसका लक्ष्य अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में अज्ञात संभावनाओं का पता लगाना है: डॉ. जितेंद्र सिंह

केंद्रीय बजट 2022-23 सरकार की सोच में निरंतरता,दृढ़ विश्वास और साहस को दर्शाता है: डॉ. जितेंद्र सिंह

केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक,लोक शिकायत, पेंशन,परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज कहा कि बजट 2022 में भारत के लिए महत्वपूर्ण वैश्विक भूमिका निहित है और यह भारत @75 को भारत @ 100 में ले जाने वाला है।

 

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भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित बजट 2022-23 पर एक शैक्षणिक वार्ता को संबोधित करते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि 2014 में मोदी सरकार के सत्ता में आने के तुरंत बाद अरूण जेटली द्वारा प्रस्तुत लेखानुदान सहित मोदी सरकार द्वारा पेश किए गए सभी दस बजट में उपस्थित रहने का उन्हें अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि वे विश्वास के साथ कह सकते हैं कि दृढ़ विश्वास और साहस के साथ सरकार के दृष्टिकोण में निरंतरता रही है,और ये तीन “सी” (कंविक्शन, करेज, कंसिस्टेंसी) प्रत्येक बजट में सामान्य अंतर्निहित निर्धारक रहे हैं,जबकि हर अगले बजट ने भारत को वैश्विक भूमिका ग्रहण करने की दिशा में आगे बढ़ाया है।इस वार्ता में प्रसिद्ध अर्थशास्त्रियों,बुद्धिजीवियों,व्यापार और व्यापार समुदाय की प्रमुख हस्तियों के साथ-साथ इससे जुड़े अन्य हितधारकों ने भाग लिया।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि आजादी के तुरंत बाद नेहरू के जमाने में यदि भारत की अर्थव्यवस्था बंद थी तो 1990 के दशक में यह खुलनी शुरू हुई,लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने इसे एक गतिशील,उत्तरदायीऔर आगे की ओर देखने वाली अर्थव्यवस्था में बदल दिया। विशेष रूप से कोविड के बाद,पूरी दुनिया ने इस बात को माना और भारत की ओर उम्मीद से देख रहा है।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि दुनिया आज हमारे नेतृत्व में चलने के लिए तैयार है,लेकिन सवाल यह है कि क्या हम दुनिया का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि बजट 2022 इस मुद्दे का प्रौद्योगिकी और नवाचार आधारित अर्थव्यवस्था के माध्यम से समाधान निकालने वाला है। यह अर्थव्यवस्था गहरे समुद्र के संसाधनों सहित भारत की अज्ञात संभावनाओं का पता लगाकर देश को समृद्ध करने वाली है।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि पीएम मोदी ने हमें एक शानदार शासकीय बजट दिया है जिसे अगली पीढ़ी की जरूरतों को देखते हुए बनाया गया है न कि अगले चुनाव को देखकर और यही कारण है कि आलोचक और मीडिया के कुछ वर्ग भ्रमित हैं क्योंकि वे चुनावी रियायतों की उम्मीद कर रहे थे।

 

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डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि भविष्य की अर्थव्यवस्था नए विचारों की अर्थव्यवस्था और कल्पनाशील नवाचार की अर्थव्यवस्था होने जा रही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बजट 2022 प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की भविष्य की दृष्टि को दर्शाता है और यह सरकार की हर पहल में दिखाई देता है,चाहे वह स्टार्टअप्स के लिएड्रोन शक्ति हो या वर्चुअल हस्तांतरण में किसान ड्रोन में 30% टैक्स, कम कार्बन उत्सर्जन रणनीति आदि।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि जो लोग कहते हैं कि इस बजट से कोई रोजगार नहीं है,वे सरकारी नौकरी वाले वेतन के गुलाम हैं। उन्होंने कुछ उदाहरण देते हुए कहा कि पूंजीगत व्यय को बढ़ाकर 7.2 लाख करोड़ रुपये करने से ही कम से कम 3 लाख करोड़ रोजगार पैदा होंगे, जबकि 130,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से 45,000 किलोमीटर के राजमार्गों के निर्माण से भी रोजगार पैदा होंगे।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने स्टार्टअपबोटलैब युवाओं का उदाहरण दिया,जिन्हें हाल ही में बीटिंग रिट्रीट समारोह के दौरान लाइट शो करने के लिए उनके मंत्रालय से मदद प्रदान की गई थी। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा विकसित ड्रोनों को उद्योगों द्वारा लिया जा रहा है और यह भी आय का एक स्रोत है, जो संभवतः सरकारी नौकरी की तुलना में अधिक है। उन्होंने कहा कि जम्मू क्षेत्र में ही उनके नेतृत्व वाले मंत्रालयकृषि/सुगंध और डेयरी स्टार्टअप में युवाओं की मदद कर रहे हैं, लेकिन दुर्भाग्य से इसे लेकर न तो जागरूकता है और न ही मीडिया इसे दिखा-बता रहा है।

अनछुए क्षेत्रों का जिक्र करते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि केंद्रीय बजट में पृथ्वी विज्ञान विभाग को 2500 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है जो कि गहरे समुद्र मिशन को पहले ही आवंटित 4000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त है। अर्थव्यवस्था की अज्ञात संभावनाओं के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने गहरे समुद्र मिशन और अंतरिक्ष मिशनों का भी उल्लेख किया,जिन्हें सरकार ने प्राथमिकता दी है जबकि, पिछली सरकारों ने इनकी अनदेखी की थी।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि यह बजट रसायन मुक्त खेती, टिकाऊ स्टार्टअप्स,ड्रोन प्रौद्योगिकी और विभिन्न तकनीक आधारित विकास पर जोर देता है। उन्होंने कहा कि बजट में ‘किसान ड्रोन’,’ड्रोन शक्ति’और ड्रोन-एज-ए-सर्विस (डीआरएएएस)के रूप में कृषि और स्टार्टअप जैसे क्षेत्रों में ड्रोन तकनीक का उपयोग करने के प्रावधान शामिल हैं। ये सभी क्षेत्रों में रोजगार सृजन के लिए काफी अवसर प्रदान करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि टिकाऊ स्टार्टअप केंद्रीय बजट का एक प्रमुख फोकस क्षेत्र हैं क्योंकि यह सरकारी नौकरियों की तुलना में बेहतर अवसर प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि सरकार ने नए विचारों, नवाचार और भविष्यवादी सोच की अर्थव्यवस्था बनाने का प्रयास किया है जिसमें रोजगार के भरपूर अवसर हैं।

इस वार्ता में भाजपा जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष रविंदर रैना ने समापन टिप्पणी की और जम्मू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर दीपांकर सेन ने बजट पर अपनी विशेषज्ञ राय रखी।

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