हमें अपने गुरुओं की सलाह के अनुसार खेती करनी चाहिए और धरती माता की रक्षा करनी चाहिए। गुरु नानक देवजी की शिक्षाओं से परे कुछ भी नहीं है: प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों के साथ की बातचीत
नई दिल्ली, 8जनवरी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों के साथ बातचीत की। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और स्थानीय स्तर के प्रतिनिधियों सहित देशभर से हजारों विकसित भारत संकल्प यात्रा लाभार्थी सम्मिलित हुए।
पंजाब के गुरदासपुर के गुरविंदर सिंह बाजवा ने प्रधानमंत्री को बताया कि विकसित भारत यात्रा का सबसे बड़ा लाभ यह है कि कृषि क्षेत्र में सर्वोत्तम संभवित लाभ पाने के लिए किसान छोटे समूहों में संगठित हो गए हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री को बताया कि उनका किसानों का समूह हर प्रकार के दुष्प्रभाव से मुक्त खेती पर काम कर रहा है और इसके लिए उन्हें मशीनरी पर सब्सिडी भी मिली है। इससे छोटे किसानों को पराली प्रबंधन और मिट्टी के स्वास्थ्य में भी मदद मिली। बाजवा ने सरकार के सहयोग से गुरदासपुर में पराली जलाने की घटनाओं में उल्लेखनीय गिरावट आने की जानकारी दी। क्षेत्र में एफपीओ संबंधी गतिविधियां भी चल रही हैं। कस्टम हायरिंग योजना से 50 किमी के दायरे में छोटे किसानों को मदद मिल रही है।
बजावा ने कहा, “अब किसान को लग रहा है कि उसे उचित समर्थन मिलेगा।” जब उन्होंने प्रधानमंत्री को बताया कि ‘मोदी है तो मुमकिन है’ से बहुत उम्मीदें हैं, तो प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह इसलिए संभव है, क्योंकि किसान उनके अनुरोध को सुनते हैं। प्रधानमंत्री ने टिकाऊ खेती के लिए अपना अनुरोध दोहराया। प्रधानमंत्री ने कहा, “हमें अपने गुरुओं की सलाह के अनुसार खेती करनी चाहिए औरधरती मां की रक्षा करनी चाहिए। खेती के क्षेत्र में गुरु नानक देवजी की शिक्षाओं से परे कुछ भी नहीं है।” विकसित भारत संकल्प यात्रा के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा, “हर अंतिम लाभार्थी के पास पहुंचने तक ‘मोदी की गारंटी की गाड़ी’ नहीं रुकेगी।”