नई दिल्ली,18 मार्च। भारत में चांदी की कीमतों ने नया इतिहास रच दिया है। पहली बार चांदी की कीमत ₹1 लाख प्रति किलोग्राम के स्तर को पार कर गई है। इस तेजी के पीछे वैश्विक बाजार में मजबूती, कमजोर रुपये और बढ़ती औद्योगिक मांग को बड़ी वजह बताया जा रहा है। जानकारों का कहना है कि आने वाले दिनों में चांदी की कीमतों में और तेजी देखने को मिल सकती है।
शुक्रवार को चांदी की कीमत में जबरदस्त उछाल दर्ज किया गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर चांदी की कीमत ₹1,00,120 प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई। इससे पहले चांदी ने ₹99,800 के स्तर को छुआ था, लेकिन शाम होते-होते इसने ₹1 लाख का आंकड़ा पार कर लिया।
विशेषज्ञों के अनुसार,
- वैश्विक स्तर पर चांदी की मांग में तेजी आई है।
- अमेरिका और यूरोप में आर्थिक अनिश्चितता के कारण निवेशकों का रुझान सोने और चांदी की ओर बढ़ा है।
- इलेक्ट्रॉनिक्स और सोलर पैनल इंडस्ट्री में चांदी की बढ़ती मांग ने कीमतों को बढ़ावा दिया है।
क्या हैं चांदी की बढ़त की वजहें?
- डॉलर की कमजोरी: अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर हुआ है, जिससे चांदी की कीमतों में उछाल आया है।
- औद्योगिक मांग में इजाफा: इलेक्ट्रॉनिक्स, सोलर पैनल और मेडिकल सेक्टर में चांदी की मांग लगातार बढ़ रही है।
- वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता: अमेरिका और यूरोप में बैंकिंग संकट और मंदी की आशंका के चलते निवेशकों का झुकाव सुरक्षित संपत्तियों (Safe Assets) की ओर बढ़ा है।
- ETF निवेश में तेजी: चांदी से जुड़े एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETF) में निवेश बढ़ने से चांदी की कीमतों को सपोर्ट मिला है।
पिछले एक साल में 35% का इजाफा
चांदी की कीमतों में पिछले एक साल में लगभग 35% की वृद्धि दर्ज की गई है। मार्च 2024 में चांदी की कीमत ₹74,000 प्रति किलोग्राम थी, जो अब ₹1,00,120 प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच गई है। जानकारों के अनुसार, चांदी में तेजी का यह रुझान अगले कुछ महीनों तक जारी रह सकता है।
क्या निवेशकों को होगा फायदा?
- निवेश विशेषज्ञों का मानना है कि चांदी की कीमतों में यह तेजी जारी रह सकती है।
- चांदी की औद्योगिक मांग और सुरक्षित निवेश के रूप में इसकी लोकप्रियता के कारण कीमतों में और बढ़ोतरी की संभावना है।
- निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे लॉन्ग टर्म निवेश के लिए चांदी में निवेश करें।
सराफा बाजार में उत्साह
दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, कोलकाता और चेन्नई जैसे प्रमुख सराफा बाजारों में चांदी की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है। व्यापारियों का कहना है कि चांदी की मांग में भारी उछाल आया है और ग्राहक इस तेजी के बावजूद चांदी खरीदने के लिए तैयार हैं।
वित्तीय विशेषज्ञों के अनुसार, यदि वैश्विक बाजार में यह रुझान बना रहता है और डॉलर में कमजोरी जारी रहती है, तो चांदी की कीमतें अगले कुछ हफ्तों में ₹1,05,000 से ₹1,10,000 प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकती हैं।
विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का कहना है कि, “चांदी की कीमतों में जो तेजी आई है, वह निवेशकों के लिए बड़ा संकेत है। अगले कुछ महीनों तक चांदी में मजबूती बनी रह सकती है।”
भारत में चांदी की कीमतों ने ₹1 लाख का आंकड़ा पार करके एक नया रिकॉर्ड बना दिया है। निवेशकों के बीच इस तेजी को लेकर उत्साह है, जबकि जानकारों का मानना है कि चांदी की कीमतें आने वाले दिनों में और ऊंचाइयां छू सकती हैं।