सुगम्य भारत अभियान
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय का दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग
2014 के बाद से प्राप्त की गई प्रमुख उपलब्धियां और पहल
त्वरित सुगम्यता : सुगम्य भारत अभियान (एआईसी)
i.सुगम्य भारत, केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई नई पहल सार्वभौमिक बाधा मुक्त वातावरण का निर्माण करने के लिए पहुंच बढ़ाने, जागरूकता उत्पन्न करने और संवेदीकरण के लिए एक नई पहल
अभियान (सुगम्य भारत अभियान – एआईसी) 03 दिसंबर, 2015 से शुरुआत।
ii. इसके 3 मुख्य स्तंभ सुगम्य होने की प्रक्रिया में हैं। ये हैं:
- निर्मित वातावरण
- परिवहन प्रणाली
- सूचना और संचार (आईसीटी) पारिस्थितिक तंत्र।
iii. सभी क्षेत्रों में एआईसी की उपलब्धियां:
- निर्मित वातावरण –
-1671 भवनों का एक्सेस ऑडिट संपन्न
-केन्द्र सरकार के 1030 भवनों सहित 1630 सरकारी भवनों को सुगम्यता की विशेषताएं प्रदान की गई।
iv. परिवहन क्षेत्र – परिवहन क्षेत्र को सुगम्य बनाने की कोशिश की जा रही है।
- हवाई अड्डे: 35 अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों और 55 घरेलू हवाई अड्डों को सुगम्यता की विशेषताएं प्रदान की गई। 12 हवाई अड्डों पर एम्बुलिफ्ट उपलब्ध हैं।
- रेलवे: सभी 709 ए1, ए और बी श्रेणी के रेलवे स्टेशनों को सात अल्पकालीन सुविधाएं प्रदान की गई। 603 रेलवे स्टेशनों को दो दीर्घकालिक सुविधाएं प्रदान की गई।
- रोडवेज: 1,45,747 (29.05%) बसों को आंशिक रूप से सुगम्य बनाया गया और 8695 (5.73%) को पूर्ण रूप से सुगम्य बनाया गया।
v. आईसीटी पारिस्थितिकी तंत्र (वेबसाइट) – लगभग 627 केंद्रीय और राज्य/ केंद्र शासित प्रदेश सरकारों की वेबसाइटों को सुगम्य बनाया गया।
vi. टीवी देखने में सुगम्यता –
- चरणबद्ध रूप से सुनिश्चित किया जा रहा है।
- 19 निजी समाचार चैनल आंशिक रूप से सुगम्य समाचार बुलेटिनों का प्रसारण कर रहे हैं।
- 2447 समाचार बुलेटिनों का प्रसारण सबटाइटलिंग/ सांकेतिक भाषा के साथ अंतर-संचालित किया गया है।
- 9 सामान्य मनोरंजन चैनलों ने सबटाइटल का उपयोग करके 3686 निर्धारित कार्यक्रमों/ फिल्मों का प्रसारण किया।
vii. शिक्षा – 11,68,292 सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में से 8,33,703 स्कूलों (71%) को रैंप, रेलिंग और सुलभ शौचालयों की व्यवस्था के साथ बाधा मुक्त बनाया गया।
viii. संस्थागत साक्षरता सामग्री –
- विभाग ने आसानी से समझने के लिए अभिगम्यता की 10 मूलभूत विशेषताओं का एक आसान संगणक विकसित किया।
-पेशेवर लोगों के लिए ‘एक्सेस’ शीर्षक वाले गाइडबुक की श्रृंखला का पहला खंड – द फोटो डाइजेस्ट ऑन पब्लिक सेंट्रिक बिल्डिंग्स 2 मार्च 2021 को जारी किया गया।
-पेशेवर लोगों के लिए ‘एक्सेस’ शीर्षक वाले गाइडबुक की श्रृंखला का दूसरा खंड – द फोटो डाइजेस्ट ऑन एयरपोर्ट्स 19 नवंबर 2021 को जारी किया गया।
ix. मॉनिटरिंग – सुगम्य भारत अभियान के अंतर्गत प्रबंधन सूचना प्रणाली (एमआईएस) पोर्टल के माध्यम से गतिविधियों की मॉनिटरिंग की जा रही है।
x. अभिगम्यता के क्षेत्र विशिष्ट मानकों का निर्माण – नागर विमानन, रोडवेज, रेलवे, स्कूल और उच्चतर शिक्षा, संस्कृति, पर्यटन, गृह मंत्रालय, बैंकिंग, उपभोक्ता मामले और खेल सहित संबंधित मंत्रालयों/ विभागों द्वारा अभिगम्यता वाले क्षेत्रों के लिए विशिष्ट मानकों/ दिशा-निर्देशों को तैयार करने का काम किया जा रहा है। आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा दिशा-निर्देश अधिसूचित किए गए हैं।
विभाग संवेदीकरण, सहायता और अभिगम्यता के क्षेत्र में विशेषज्ञों के नामों की सिफारिश करके उन्हें सहायता प्रदान कर रहा है।
xi. सुगम्य भारत ऐप:
- आधारभूत संरचना और सेवाओं में जमीनी स्तर पर सामना की जा रही अभिगम्यता की परेशानियों को क्राउडसोर्सिंग करने में मदद करना और निवारण के लिए आगे भेजना।
- सुगम्यता के महत्व के संदर्भ में संवेदीकरण और जागरूकता उत्पन्न करने में भी सहायक।
- कोविड-19 से संबंधित शिकायतें जो केवल दिव्यांगजनों के लिए हैं, उन्हें अब सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। 3 दिनों के अंदर उनका समाधान किया जाना चाहिए।