हे गाँधी,हे सरदार,हे राजेन्द्रबाबु,हे बाबासाहेब, अपने आज़ाद देश भारत में ये क्या हो रहा है? हे राम !
हे ईश्वर ,अपने देश भारत को क्या हो गया है? अपने स्वार्थ के लिए देश के बलिदानियों का सहारा लिया जा रहा है.ऐसा क्यों? कहाँ बलिदानी भगत सिंह ,कहाँ भ्रष्टाचार के आरोपी दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया? कोई तुलना है क्या ? कोई तुलना हो सकती है क्या ? कभी नहीं .किसी भी जन्म में नहीं.बलिदानी भगत सिंह के योगदान को भारत कभी नहीं भूल सकता,लेकिन आज के तथाकथित आरोपियों का क्या किया जाये? जो अपने निहित स्वार्थ के लिए कभी भी कुछ भी बोल देते हैं.कभी भी किसी से स्वयं को तुलना कर देते हैं .बिकी हुयी कुछ मीडिया वाले अपने निहित स्वार्थो की वजह से उन आरोपियों को महिमा मंडित करते रहते हैं.
भगत सिंह व उनके सहयोगियों पर आरोप था ,भारत की आज़ादी के लिए अंग्रेजो के खिलाफ बगावत,भगत सिंह पर आरोप था संसद में अंग्रेजो के खिलाफ परचा फेंकना,अँगरेज़ अफसरों को मारना जैसे कई राष्ट्रवादी आरोप और सोये देश वासियों को तन्द्रा से जगाना. उस वक़्त लोग जागे भी.उसका लाभ भी हुआ.परन्तु भगत सिंह उस अभियान में अकेले नहीं थे,राम प्रसाद बिस्मिल ,अशफाक उल्लाह ,बटुकेश्वर दत्त,राज गुरु ,सुखदेव सहित 22 अन्य क्रांतिकारियों को सजा हुयी थी.
लेकिन आज सदा झूठ बोलने वाली पार्टी आप सिर्फ एक ही नाम भगत सिंह का नाम लेती है.देश के संविधान को सिर्फ डॉ बाबा साहेब अंबेडकर ने ही नहीं बनाया ,लेकिन इस पार्टी की बिडम्बना देखिये सिर्फ अपनी सुविधा के लिहाज़ से उनका नाम ही लेती है.सरकारी कार्यालयों में राष्ट्र निर्माताओ में महात्मा गाँधी ,सरदार पटेल ,राजेंद्र प्रसाद की तस्वीर नहीं लगाते.आज की तारीख में राष्ट्र सम्विधान के अनुसार -देश के राष्ट्रपति व राज्यपाल की भी तस्वीर नहीं लगाते.ऐसा क्यों ? ये लोग ऐसा करके के साबित करें की कोशिश कर रहे हैं ,.क्या झूठे वादे के चुनाव जितने वाली पार्टी आप राष्ट्र व संविधान का अपमान कर क्या साबित करना चाहती है ?
26 फ़रवरी को शराब घोटाले में दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को सी बी आई ने गिरफ्तार किया.करीब आठ घनते की लगातार पूछताछ के बाद.सूत्रों का कहना है कि मनीष जाँच एजेंसी की मदद नहीं कर रहे हैं .मनीष पर ये भी आरोप है उन्होंने शराब घोटाले के कई सबूतों को नष्ट भी किया है.कोरोना काल में कथित शराब घोटाले में करीब 10 हज़ार करोड़ रूपये का घोटाला हुआ बताया जाता है,नष्ट किये सबूतों में 70 से ज्यादा मोबाईल फोन भी नष्ट किये हैं ,उनके साथ 36 अन्य लोगो पर भी ये आरोप बताये जाते हैं .
आखिर मनीष को पैसा क्यों चाहिए ? मनीष की ऐसी भी क्या मजबूरी थी?शायद रही होगी .क्या उन पर अपने नेता अरविन्द केजरीवाल का कथित दबाव है?मनीष यदि ईमानदार है ,न्यायालय पर भरोसा है तो फिर भगत सिंहए साथी और महात्मा गाँधी को क्यों शर्मिंदा कर रहे हैं?क्यों उन महान आत्माओ को दुखी कर रहे हैं.उन बेचारे बलिदानियों का क्या कसूर मनीष जी? कृपा करके हमारे बलिदानियों को अपने पापों के घेरे में न लाये .
रही बात घोटाले की -तो भाजपा नेता मनोज तिवारी का कहना है मनीष शराब घोटाले के आरोपी है ,शिक्षा के नहीं.जो गलत है ,वो गलत है .श्री तिवारी का आरोप है कि करीब 145 करोड़ का कमीशन का चक्कर है.भाजपा नेता डॉ संबित पात्राने कहा कि ये जश्ने भ्रष्टाचार से मनीष सिसोदिया बचने वाले नहीं हैं .श्री तिवारी ने अच्छी बात कही ,यदि मनीष निर्दोष है तो ये नौटंकी क्यों? कानून को अपना काम करने देना चाहिए.
दिल्ली के सीएमकेजरीवालनेभीसिसोदियाकीतुलनाशहीदभगतसिंहसेकीथी. शहीदभगतसिंहसेतुलनापर भाजपा नेता व केजरीवाल के पूर्व सहयोगी कपिलमिश्रानेमनीषसिसोदियापर खुलकर प्रहार किया है .भाजपा नेता कपिलमिश्रानेइस पर एक ट्वीटकिया.श्री मिश्रा ने सिसोदियाकोचोर, भ्रष्टाचारी, रिश्वतखोरऔरघोटालेबाजकहा.बलिदानी भगत से तुलना पर श्री कपिल मिश्रा ने कहा “भगतसिंहदेशकीआजादीकेलिएजेलगएथे, नकिशराबघोटालेऔररिश्वतखोरीजैसेआरोपमें.
उनकीतुलनाकभीभीशहीदभगतसिंहसेनहींहोसकतीहै, जिन्होंनेदिल्लीकोनशेकेदलदलमेंधकेलदियाऔरउससेअपनीजेबभरी. रिश्वतखोरी-चोरी,दलालीकरनेवालेकभीभीभगतसिंहनहींहोसकते.”
गौरतलब हैं कि 2022 में कांग्रेस परिवारों में सोनिया गाँधी , राहुल गाँधी सहित कई नेताओ ने अपने को भ्रष्टाचार आरोपों से बचाने के लिए अपने समर्थको व कार्यकर्त्ताओ का सहारा किया था.क्या भ्रष्ट नेताओ के लिए स्वयं को भ्रष्ट आरोपो से बचने लिए एक नया फैशन तो नहीं बनता जा रहा है ? हे गाँधी ,हे सरदार ,हे राजेन्द्र बाबु ,हे बाबा साहेब ,आपके व अपने आज़ाद देश भारत में ये क्या हो रहा है ? क्या इसीलिए भारत को आज़ादी दिलवाई थी उन शूरवीरों ने ???हे राम !!