मणिपुर आर्ट अकादमी का वर्ष 2021 के वार्षिक पुस्कार वितरण कार्यक्रम का आयोजन, राज्यपाल भी हुई शामिल
इम्फाल, 16मार्च। मणिपुर आर्ट अकादमी का वर्ष 2021 के वार्षिक पुस्कार वितरण समारोह का इम्फाल में आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में राज्यपाल महोदया मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुई और पुरूस्कार वितरित किये।
इस कार्यक्रम में श्री बसंत कुमार सिंह जी, एजुकेशन मिनिस्टर मणिपुर, श्री एम जाय सिंह, कमिश्नर, आर्ट एण्ड कल्चर, मणिपुर, श्री किशोर जीत सिंह सेक्रेटरी, मणिपुर स्टेट आर्ट अकादमी एवं श्री बाबी बायखोम सचिव राजभवन भी उपस्थित थे।
राज्यपाल ने उदबोधन में कहा मणिपुर स्टेट कला अकादमी, अपनी स्थापना के बाद से ही, राज्य के भीतर और बाहर मणिपुर की रिच कल्चरल ट्रेडीशन के प्रचार, प्रसार और संरक्षण के लिए कन्टीन्यू प्रयास कर रही है। अकादमी हर साल म्यूजिक, डान्स, ड्रामा और शुमंग लीला की ओरिजनल नाट्य परंपरा, ट्राईबल कल्चर, आर्ट, फाईन आर्ट और लिटरेचर के क्षेत्र में स्कालर और आर्टिस्टों को फेलोशिप और अवार्ड प्रदान करके सम्मानित कर रही है, जो कि सराहनीय कार्य है।
मणिपुर सरकार द्वारा 1972 में अपनी कल्चरल एजेंसी के रूप में इसे स्थापित किया था। सरकार के उद्देश्य पूर्ति हेतु अकादमी आर्ट एण्ड कल्चर के प्रिजरवेशन एण्ड प्रमोशन के लिए काम कर रही है।
अकादमी भारत में कल्चर के फील्ड में हो रहे चेन्जेस के साथ, अकादमी अपनी एक्टीविटीज को गति देने और मणिपुरी कल्चर के कई क्रियेटिव और मल्टी फेसेस पहलुओं पर प्रभाव डालने में सक्षम रही है। अकादमी ने फेस्टीवल, वर्कशाप, सेमिनारों, संगोष्ठियों, एक्जीबीशन, कल्चरल एक्सचेंज प्रोग्रामों को आयोजित कर विभिन्न क्षेत्रों में प्रोग्राम एण्ड प्रोजेक्टों को चलाया है। अकादमी डाक्युमेन्टेशन, पब्लीकेशन, बुक्स के अधिग्रहण, लाईब्रेरी के लिए मटेरियल, कल्चरल आर्चिव एण्ड म्यूजियम के अलावा अंग्रेजी और मणिपुरी दोनों लेन्गवेज में पब्लीकेशन और जर्नल निकालने का काम भी करती है।
मणिपुर के चार रेपुटेड व्यक्तियों जिन्होंने मणिपुरी कल्चर में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है उनकी याद में अकादमी ने चार स्मारक व्याख्यानों की स्थापना की है, जिसमें
(1) राजर्षि भाग्यचंद्र मेमोरियल व्याख्यान, डान्स एण्ड म्यूजिक के लिये
(2) एच. अं. गंगल सिंह मेमोरियल लेक्चर लिटरेचर के लिये
(3) एस. ललित सिंह मेमोरियल लेक्चर थियेटर के लिये
(4) श्री भद्र सिंह मेमोरियल लेक्चर फाईन आर्ट के लिये।
इन मेमोरियल लेक्चर ने इंडिया एण्ड अब्राड में स्कालर, राईटर और आर्टिस्टो को इन्टरेक्ट किया है, इनमें मणिपुरी कल्चर को बातचीत के माध्यम से पेश किया गया है। मणिपुरी कल्चर के क्षेत्र में लंबे समय तक स्थायी और उत्कृष्ट कन्ट्रीब्यूशन के लिए अकादमी द्वारा लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड भी दिया जाता है।
अब अकादमी ने एक नया पुरस्कार, ”अकादमी यूथ टेलेन्ट अवार्ड“ भी स्टार्ट किया है जो कि डान्स, म्यूजिक, थियेटर, थांग-ता, ट्राईबल कल्चर के लिये दिया जाता है।
अकादमी मणिपुर के कुछ रेयर आर्ट फार्म के लुप्त होने के लिये बहुत चिंतित है। जब इन आर्ट के कलाकार बूढे हो जाते हैं और उनकी मृत्यु हो जाती है तब ऐसे में वह कला समाप्त हो जाती है। ऐसे में युवा प्रतिभाओं को इन कलाओं को सीखकर उसका पोषण करना होगा। अकादमी एकमात्र ऐसी एजेंसी है जो इस जिम्मेदारी को संभाल सकती है।
इस अवार्ड सेरेमनी में वर्ष 2021 के लिए अकादमी अवार्ड प्रदान किये जा रहे है, जिसमें डान्स, म्यूजिक, थियेटर, शुमंग लीला, थांग-ता, एण्ड अन्य रूपों के अपने संबंधित क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिए एक लाइफटाइम अचीवमेंट और दो फेलो सहित 28 अवार्ड विनर को अवार्ड दिये गये हैं। अकादमी के प्रयास निश्चित रूप से मणिपुर की दुर्लभ और अलग सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखते हुए बढ़ावा देंगे और स्कालरों और आर्टिस्टों के प्रयासों को भी प्रोत्साहित करेंगे। अकादमी के ऐसे प्रयास सराहना के योग्य हैं।
मुझे विश्वास है कि अकादमी द्वारा किए गए कन्टी्रब्यूशन से मणिपुर स्टेट की समृद्ध कल्चरल ट्रेडीशन के प्रिजरवेशन, प्रमोशन और प्रचार-प्रसार में हेल्प मिलेगी और स्कालर एण्ड आर्टिस्टो को इनकरेजमेन्ट भी मिले।