उत्तराखंड के पहाड़ों में बर्फबारी और एवलांच की चेतावनी
देहरादून/उत्तरकाशी, 25अप्रैल। उत्तर भारत के मैदनी इलाकों के साथ ही समूचे भारत में गर्मी का प्रकोप जारी है. पारा लगातार 40 के आंकड़े को छू रहा है. कई जगह लू चलने से लोगों का बाहर निकलना मुश्लिक हो गया है. गर्मी और हीट स्ट्रोक से जुड़ी बीमारियां और परेशानियां लोगों के लिए चिंता का विषय बनी हुई हैं. लेकिन उत्तराखंड के पहाड़ों में एक दूसरी ही आफत आ रही है. यहां बर्फबारी और एवलांच की चेतावनी जारी की गई है.
उत्तराखंड में बर्फबारी व हिमस्खलन यानी एवलांच की चेतावनी जारी की गई है. इस चेतावनी के बाद गौमुख ट्रैक पर रोक लगा दी गई है. राज्य की पुष्कर सिंह धामी सरकार भी अलर्ट मोड पर आ गई है. पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार ने ट्रैक पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है.
विशेषतौर पर उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में किसी भी पर्यटक को एडवेंचर गेम्स, या फिर ट्रैकिंग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. उत्तरकाशी जिले में बहुत अधिक बर्फबारी व एवलांच की चेतावनी को देखते हुए गंगोत्री नेशनल पार्क प्रशासन, उत्तरकाशी के गौमुख ट्रैक को अगले एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया है. गंगोत्री नेशनल पार्क के उप-निदेशक रंगनाथ पांडेय ने इसके लिए आदेश जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि मौसम अनुकूल रहने पर पर्यटकों को गोमुख की ओर जाने दिया जाएगा.
रंगनाथ पांडेय ने बताया कि रक्षा भू-सूचना विज्ञान अनुसंधान प्रतिष्ठान (डीजीआरई) चंडीगढ़ ने उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग में एवलांच की चेतावनी जारी की है. इसमें अगले कुछ दिनों में 3500 मीटर से अधिक ऊंचाई पर अधिक बर्फबारी व एवलांच की चेतावनी जारी की गई है.
चेतावनी को ध्यान में रखते हुए गोमुख ट्रैक पर एक सप्ताह के लिए आवाजही पूरी तरह से बंद रहेगी. बताया गया कि अभी तक 140 एक्सपर्ट पर्वतारोही गोमुख क्षेत्र की सैर कर चुके हैं. जबकि बर्फबारी के कारण चारधाम यात्रा पर आए किसी भी श्रद्धालु को अभी तक गोमुख नहीं जाने दिया गया है.
वहीं दूसरी ओर जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेन्द्र पेटवाल ने कहा कि सभी अलर्ट मोड पर हैं. बताया कि मौसम विभाग की चेतावनी के बाद वन विभाग को नए दिशानिर्देशों का पालन करने और जिले के प्रमुख ग्लेशियरों की ओर किसी भी ट्रैकिंग गतिविधि को न करने के निर्देश दिए हैं.