15 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजे गए तमिलनाडु बीजेपी के राज्य सचिव, जानें क्यों हुई थी गिरफ्तारी
चेन्नई, 17जून।तमिलनाडु बीजेपी के प्रदेश सचिव एसजी सूर्या को कोर्ट ने 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. बीजेपी को कड़ी सुरक्षा के बीच आज कोर्ट में पेश किया गया. तमिलनाडु भाजपा के राज्य सचिव एसजी सूर्या को मदुरै के सांसद और माकपा नेता सु वेंकटेशन के खिलाफ उनके ट्वीट के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है. मदुरै साइबर सेल पुलिस ने शुक्रवार रात आरोपी को गिरफ्तार किया. भाजपा तमिलनाडु के प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने इसकी निंदा करते हुए पुलिस कार्रवाई का कड़ा विरोध किया. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने एक ट्वीट में कहा कि सूर्या ने कोई अपराध नहीं किया है. उन्होंने कम्युनिस्टों के दोहरे मानकों को उजागर किया, जो डीएमके के सहयोगी हैं. उन्होंने कहा, बोलने की आजादी को कम करने के लिए राज्य तंत्र का इस्तेमाल करना और जरा सी आलोचना से घबरा जाना लोकतांत्रिक ढंग से चुने गए नेता के लिए शोभा नहीं देता. यह निरंकुश नेता बनने के संकेत हैं.
‘निरंकुश लोगों से प्रेरणा लेकर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन राज्य को जंगल में बदल रहे हैं.’
अन्नामलाई ने कहा कि इन कार्रवाइयों से पार्टी को डर नहीं लगता और हम कड़वा सच बोलते रहेंगे. सूर्या की गिरफ्तारी को डीएमके सरकार द्वारा तमिलनाडु के मंत्री सेंथिल बालाजी को नौकरी के लिए नकद घोटाले से संबंधित मामलों में गिरफ्तार किए जाने पर डीएमके सरकार द्वारा प्रतिशोध के रूप में देखा जा रहा है.
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने भाजपा नेता की गिरफ्तारी पर ट्वीट कर कहा, ट्वीट या पोस्ट के लिए पुलिस गिऱफ्तारी का उपयोग कानून की उचित प्रक्रिया के अधिकार और बोलने की आजादी का अतिक्रमण है. यूपीए के दौरान राहुल कांग्रेस द्वारा धारा 66 ए का दुरुपयोग करते हुए चुप कराने की यह सामान्य रणनीति थी. हाल ही में उनके राजवंशीय सहयोगियों ने भी ऐसा ही किया. पहले शरद पवार ने किया और अब एमके स्टालिन ने भी यही किया, ताकि यह साबित किया जा सके कि उनका नाम बिना किसी कारण के स्टालिन के नाम पर नहीं रखा गया था.