मूंग दाल के अखिल भारतीय औसत खुदरा मूल्य में 3.86 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई केन्द्र सरकार की पहल से दालों की कीमतों में गिरावट आई
केन्द्र सरकार ने 15 मई, 2021 से ‘मुक्त श्रेणी’ के तहत अरहर, उड़द और मूंग के आयात की अनुमति दी ताकि सुचारू और निर्बाध आयात सुनिश्चित हो सके
सरकार ने आवश्यक खाद्य वस्तुओं की घरेलू उपलब्धता बढ़ाने और उनकी कीमतों को स्थिर रखने के लिए कई सक्रिय एवं निवारक उपाय किए हैं। इन्हीं उपायों की वजह से मूंग दाल की कीमतों में तेज गिरावट दर्ज की गई है।
उपभोक्ता कार्य विभाग (डीओसीए) के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 28 फरवरी 2022 को मूंग दाल का अखिल भारतीय औसत खुदरा मूल्य 102.36 रुपये प्रति किलोग्राम दर्ज किया गया, जोकि 28 फरवरी 2021 को 106.47 रुपये प्रति किलोग्राम था और इस प्रकार, 3.86 प्रतिशत की गिरावट आई।
मई 2021 में राज्यों/केन्द्र – शासित प्रदेशों को आवश्यक खाद्य वस्तुओं की कीमतों की निगरानी करने और आवश्यक वस्तु अधिनियम, 1955 के तहत मिल मालिकों, आयातकों और व्यापारियों द्वारा रखे गए दालों के स्टॉक का खुलासा सुनिश्चित करने संबंधी सलाह जारी की गई थी। मूंग को छोड़कर बाकी सभी दालों की स्टॉक सीमा लागू करने के निर्णय को 2 जुलाई 2021 को अधिसूचित किया गया था। उसके बाद, 19 जुलाई 2021 को एक संशोधित आदेश जारी किया गया था जिसमें चार दालों – अरहर, उड़द, मसूर, चना – के संबंध में 31 अक्टूबर 2021 तक की अवधि के लिए स्टॉक सीमा निर्धारित की गई थी।
दालों की उपलब्धता बेहतर करने और उनकी कीमतों को स्थिर रखने के लिए, सरकार ने सुचारू तथा निर्बाध आयात सुनिश्चित करने के उद्देश्य से 15 मई, 2021 से लेकर 31 अक्टूबर, 2021 तक ‘मुक्त श्रेणी’ के तहत अरहर, उड़द और मूंग के आयात की अनुमति दी है। उसके बाद अरहर और उड़द के आयात के संबंध में मुक्त व्यवस्था को 31 मार्च, 2022 तक बढ़ा दिया गया था। संबंधित विभागों/संगठनों द्वारा विभिन्न सुविधाओं और कार्यान्वयन संबंधी कड़ी निगरानी के माध्यम से इस नीतिगत उपाय का समर्थन किया गया है। आयात संबंधी नीतिगत उपायों की वजह से पिछले दो वर्षों की इसी अवधि की तुलना में अरहर, उड़द और मूंग के आयात में पर्याप्त वृद्धि हुई है।