मणिपुर मुद्दे पर हंगामे के बाद लोकसभा 2:30 और राज्य सभा 3 बजे तक स्थगित
नई दिल्ली, 24 जुलाई। संसद के दोनों सदनों में आज लगातार तीसरे दिन मणिपुर हिंसा मुद्दे पर विपक्षी दलों का विरोध जारी रहा। दोनों सदनों की कार्रवाई बार-बार स्थगित होती रही। लोकसभा में दूसरे स्थगन के बाद दिन में 2 बजे जब कार्रवाई शुरू होते ही कांग्रेस, डी.एम.के. और जनता दल यूनाइटेड सहित विपक्षी दल अध्यक्ष के आसन के पास पहुंच गए और पोस्टर लहराते हुए नारे लगाने लगे। वे मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर सदन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान की मांग कर रहे थे। शोर-शराबे के बीच सदन में तीन विधेयक पेश किए गए। हंगामे के बीच पीठासीन अधिकारी सदस्यों से सदन की कार्रवाई चलाने के लिए बार-बार अनुरोध करते रहे, लेकिन विपक्षी दलों का हंगामा जारी रहा, जिसके कारण सदन की कार्यवाही दोपहर बाद 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
आज सुबह जब सदन की कार्रवाई शुरू हुई तो सभापति ने कहा कि पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, पश्चिमबंगाल, राजस्थान और झारखंड में महिलाओं पर अत्याचार सहित कई मुद्दों पर नियम 176 के अन्तर्गत अल्पावधि चर्चा के कई नोटिस मिले हैं। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, डी.एम.के, वामदल सहित कई विपक्षी दलों ने मणिपुर हिंसा मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इससे पहले, पश्चिम बंगाल से राज्यसभा के नवनिर्वाचित सांसद तृणमूल कांग्रेस के साकेत गोखले ने सत्यनिष्ठा की शपथ ली।