इंडिया गठबंधन की मीटिंग में सभी पार्टियों ने मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ने का लिया फैसला
नई दिल्ली, 1सितंबर। विपक्षी दलों इंडिया गठबंधन आगामी लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ेगा. मुंबई की मीटिंग में कई अहम फैसले लिए गए हैं. इंडिया गंठबंधन की तरफ से बताया गया है कि अलग-अलग राज्यों में सीट शेयरिंग का की प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी और give and take spirit के तहत साझा तरीके से इसे पूरा किया जाएगा. बैठक में तय किया गया कि INDIA की ओर से सभी कम्युनिकेशन और मीडिया रणनीति और कैंपेन की थीम अलग-अलग भाषाओं में किया जाएगा. जिसकी थीम होगी जुड़ेगा,भारत जीतेगा इंडिया. विपक्षी गठबंधन ने तय किया है कि जल्द ही देश के अलग अलग हिस्सों में साझा पब्लिक रैली की जाएगी.
जानकारी के मुताबिक इंडिया गंठबंधन ने कोआर्डिनेशन कमेटी बनाई है जिसमें अलग-अलग पार्टियों के 13 नेताओं को जगह मिली है. कांग्रेस से केसी वेणुगोपाल, एनसीपी से शरद पवार, डीएमके से एमके स्टालिन, शिवसेना उद्धव गुट से संजय राउत, आरजेडी से तेजस्वी यादव, टीएमएसी से अभिषेक बनर्जी, आम आदमी पार्टी से राघव चड्ढा, जेडीयू से ललन सिंह, जेएमएम से हेमंत सोरेन, नेशनल कांफ्रेंस से उमर अब्दुल्ला, पीडीपी से महबूबा मुफ्ती, वामपंथी दलों से डी राजा और जावेद खान को जगह मिली है.
30 सितंबर तक सीट बंटवारा फाइनल
सूत्रों के मुताबिक ‘इंडिया’ गठबंधन की कोआर्डिनेशन कमेटी 30 सितंबर तक सीट बंटवारे को अंतिम रूप देगी .सूत्रों का कहना है कि 13 सदस्यीय समिति सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था के रूप में कार्य करेगी, सीट बंटवारे पर काम शुरू करेगी.गठबंधन की बैठक में पारित प्रस्ताव में यह भी कहा गया कि सीट बंटवारे का काम ‘इस हाथ दे, उस हाथ ले’ की सहयोगात्मक भावना के साथ जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा.
इंडिया गठबंधन का लोगो बाद में लांच होगा
वहीं, विपक्षी गुट इंडिया के संयुक्त लोगो का बहुप्रतीक्षित अनावरण फिलहाल टाल दिया गया है. शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत और कांग्रेस के विपक्ष के नेता विजय वड्डेट्टीवार ने पत्रकारों को सूचित किया कि लोगो के अनावरण को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है, जबकि इंडिया कॉन्क्लेव 3.0 शुक्रवार सुबह मुंबई के होटल ग्रैंड हयात में भव्य रूप से शुरू हुआ. राउत ने कहा कि 28 विपक्षी दलों के कुछ नेताओं के कुछ सुझाव हो सकते हैं, जिन्हें ‘लोगो’ को अंतिम रूप देने से पहले ध्यान में रखना होगा. सूत्रों ने खुलासा किया कि सर्वसम्मति की कमी थी, क्योंकि कुछ सदस्यों ने ‘लोगो’ डिजाइन के विभिन्न पहलुओं पर आपत्ति व्यक्त की है. सभी की मंजूरी मिलने के बाद ‘लोगो’ का अनावरण कर दिया जाएगा.