एनआईए की चार्जशीट में बड़ा खुलासा, कनाडा में धडल्ले से चल रहा है खालिस्तानी आतंकियों की टेरर कंपनी
नई दिल्ली, 28सितंबर। खालिस्तान को लेकर एनआईए ने बड़े खुलासे किए हैं. एनआईए की चार्जशीट से पता चला है कि कनाडा में रहकर खालिस्तानी आतंकी रिक्रूटमेंट,डिस्ट्रीब्यूशन, ट्रेनिंग की गतिविधियों को अंजाम देते हैं. इन आतंकियों की वर्चुअल मीटिंग भी होती है. सभी को कमाई का टारगेट भी दिया जाता है. एनआईए को जांच में पता चला है कि कनाडा में रहकर गैंगस्टर से आतंकवादी बना अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श दल्ला हरदीप सिंह निज्जर के साथ लक्ष्यों का ब्योरा साझा करता था, हथियारों का इंतजाम करता था और आतंकी गतिविधियों के लिए जबरन वसूली के जरिए धन जुटाकर विभिन्न मनी ट्रांसफर सर्विस स्कीम (एमटीएसएस) चैनलों के जरिए खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) को फंड भेजता था. खालिस्तानी चरमपंथी और केटीएफ प्रमुख निज्जर की इस साल 18 जून को कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में गुरु नानक सिख गुरुद्वारे के बाहर हत्या कर दी गई थी.
जांच में भी यह भी पता चला है कि चीन और पाकिस्तान की तरफ से खालिस्तानियों को हर संभव मदद भी मिल रही है.पाकिस्तान खालिस्तान रेफरेंडम का प्रचार प्रसार करने में मदद कर रहा है. जब भारत इस प्रचार तंत्र को भारत में घुसने से रोकता है तो कैसे पाकिस्तान का सहयोगी चीन अपनी एक सैन्य कंपनी से भारत के खिलाफ झूठी रिपोर्ट जारी करवा कर खालिस्तानी रेफरेंडम में खालिस्तानी आतंकी संगठन की मदद करता है.
प्रचार के लिए बनाई वेबसाइट
आतंकी संगठन SIKHS FOR JUSTICE के Referendum का प्रचार प्रसार उसकी दो वेबसाइट Sikhsforjustice.org और Referendum2020.org के द्वारा किया जाता है. वर्ष 2018 तक इस वेबसाइट से कोई भी भारत विरोधी PDF फाइल डाउनलोड की जाती थी तो डाउनलोड पर क्लिक करते ही वेबसाइट Snip.pk नाम की पाकिस्तानी वेबसाइट पर Redirect करती थी जिसका निर्माण पाकिस्तानी वेब डेवलपर आमिर सिद्धिकी ने किया था, और इंटेलिजेंस सूत्रों की माने आतंकी संगठन SIKHS FOR JUSTICE की इन दोनो वेबसाइट का निर्माण भी कराची के इसी वेब डेवलपर ने किया था और आज भले ही वेबसाइट का सर्वर अमेरिका में दिखाता हो लेकिन संचालन आज भी पाकिस्तान से ही होता है.
पंजाब में हथियारों की तस्करी
एनआईए सूत्रों के अनुसार, अर्श दल्ला, जिसे कनाडाई गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और गैंगवार में मारे गए गैंगस्टर सुखदूल सिंह के साथ संबंध के लिए जाना जाता है, आपराधिक गतिविधियों की एक श्रृंखला में गहराई से शामिल था. 2020 में सामने आई दल्ला की गतिविधियां मुख्य रूप से फंडिंग, आतंकी नेटवर्क को संगठित करने, सीमा पार हथियारों की तस्करी का समन्वय करने और पंजाब में लक्षित हत्याओं को अंजाम देने पर केंद्रित थीं. उसने और निज्जर ने कथित तौर पर 2021 में मोगा में सनशाइन क्लॉथ स्टोर के मालिक तेजिंदर, जिसे पिंका के नाम से भी जाना जाता है, की हत्या के लिए जिम्मेदार तीन सदस्यीय केटीएफ मॉड्यूल का गठन किया था. 2022 में उन्होंने ग्रेनेड हमलों को अंजाम देने के इरादे से चार-व्यक्ति केटीएफ मॉड्यूल स्थापित करने के लिए एक बार फिर सहयोग किया.