पंजाब में अपनी मांगो के लेकर किसानों ने शुरू किया तीन दिवसीय ‘रेल रोको’ आंदोलन
चंडीगढ़, 29सितंबर। पंजाब में किसानों का रेल रोका आंदोलन आज भी जारी है. किसान मजदूर संघर्ष समिति के नेतृत्व में किसान रेलवे पटरियों पर बैठे हुए हैं और MSP के लिए समिति, दिल्ली में आंदोलन के संबंध में मामलों को वापस लेने और आंदोलन के दौरान मरने वाले किसानों के परिवारों के लिए मुआवजा और नौकरी सहित अपनी मांगों को लेकर ‘रेल रोको आंदोलन’ कर रहे हैं. अमृतसर में किसान, देवीदासपुरा में अमृतसर-दिल्ली रेल पटरी पर बैठे हुए हैं. इस प्रदर्शन में किसान मजदूर संघर्ष समिति, भारती किसान यूनियन (भाकियू-क्रांतिकारी), भाकियू (एकता आजाद), आजाद किसान समिति दोआबा, भाकियू (बेहरामके), भाकियू (शहीद भगत सिंह) और भाकियू (छोटू राम) सहित कई किसान संगठन हिस्सा ले रहे हैं. किसानों की मांग में उत्तर भारत में बाढ़ से प्रभावित किसानों के लिए वित्तीय पैकेज, सभी फसलों पर एमएसपी के लिए वैध गारंटी और कर्ज माफी सहित अन्य मांगें शामिल हैं.
अमृतसर में किसान नेता गुरबचन सिंह ने कहा कि किसान, उत्तर भारतीय राज्यों के लिए 50 हजार करोड़ रुपये के बाढ़ राहत पैकेज और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट की सिफारिशों के मुताबिक एमएसपी की मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि किसानों व मजदूरों का पूरा कर्ज माफ होना चाहिए. इसके अलावा उन्होंने तीन कृषि कानूनों (जिन्हें अब निरस्त कर दिया गया है) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान जिन किसानों की मौत हुई उनमें से प्रत्येक के परिवार को 10 लाख रुपये और एक सरकारी नौकरी की मांग भी की.
रेल ट्रैक पर किसानों के बैठने की वजह से ट्रेन परिचालन पर असर पड़ा है. कई जगहों पर ट्रेनें नहीं जा पा रही हैं. इसकी वजह से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.