श्री जी. किशन रेड्डी ने आईआईटीएफ/आईआईटीजी के लिए डिजिटल पर्यटन समाधान के तहत डिजिटल मंच (ई-बाजार) का शुभारंभ किया
पर्यटन में रोजगार और व्यवसाय के अवसर पैदा करने की अपार क्षमताएं हैं : श्री जी. किशन रेड्डी
केंद्रीय पर्यटन, संस्कृति और उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी आज भारतीय पर्यटन और यात्रा प्रबंधन संस्थान (आईआईटीटीएम) ग्वालियर में आयोजित एक कार्यक्रम में ई-बाजार मंच का शुभारंभ किया। पर्यटन मंत्रालय ने वेब और मोबाइल ऐप आधारित बातचीत तंत्र विकसित करने के लिए आईआईटीएफ/आईआईटीजी के लिए डिजिटल पर्यटन समाधान के तहत डिजिटल मंच (ई-बाजार) की शुरुआत की, जिसका उपयोग पर्यटकों और प्रमाणित पर्यटक सुविधा देने वालों/पर्यटक गाइडों द्वारा किया जाना है। मंत्रालय के आईआईटीएफसी/आईआईटीजी कार्यक्रम के तहत ई-बाजार पोर्टल ओला, उबर आदि के प्लेटफॉर्म की तरह होगा, जो आईआईटीएफ/ आईआईटीजी को व्यवसाय के अवसर प्राप्त करने में मदद करेगा और ग्राहक व सेवा प्रदाता के बीच एक सेतु का काम करेगा। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर (वर्चुअल रूप से), नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (वर्चुअल रूप से), पर्यटन और रक्षा राज्य मंत्री श्री अजय भट्ट, ग्वालियर से सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर, मध्य प्रदेश सरकार की पर्यटन और संस्कृति मंत्री श्रीमती उषा ठाकुर (वर्चुअल रूप से) ने भी कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
अपने संबोधन में श्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि भारत में पर्यटन स्थलों की विविधता है और पर्यटन में रोजगार व व्यापार के अवसर पैदा करने की अपार संभावनाएं हैं। श्री रेड्डी ने कहा कि आईआईटीटीएम के छात्रों के पास पर्यटन क्षेत्र में कई अवसर हैं। मुझे विश्वास है कि ये छात्र देश में पर्यटन क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन और नेतृत्व में विकास ही हमारा एकमात्र मंत्र है और यह विकास ही हमें और अधिक पर्यटन के अवसरों की ओर ले जाएगा। हमारी सरकार देश में पर्यटन को विकसित करने के लिए सभी राज्यों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही है।
पर्यटन, संस्कृति और उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी ने पर्यटन मंत्रालय के अधिकारियों के साथ ग्वालियर किले का दौरा भी किया और वहां पर पर्यटक सुविधाओं का अवलोकन किया। इसके बाद उनकी अध्यक्षता में पर्यटन मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की गई। मध्य प्रदेश सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति के प्रमुख सचिव द्वारा भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित विभिन्न पर्यटन अवसंरचना परियोजनाओं की प्रगति पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी गई। आईआईटीटीएम ग्वालियर परिसर में नवनिर्मित अंतर्राष्ट्रीय स्तर के विशेष अतिथि गृह का उद्घाटन किया गया।
“भारत की मंदिर विरासत” नामक मंदिर दैवचित्र-अंकन विषय पर एक कॉफी टेबल बुक जारी की गई। इसमें भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्षों में भारतीय मंदिरों पर 75 छापों को शामिल किया गया। आईआईटीएफसी कार्यक्रम के प्रतिभागियों के लिए सॉफ्ट स्किल ट्रेनिंग को लेकर पर्यटन मंत्रालय (एमओटी) के सहयोग से बर्ड अकादमी को आशय पत्र प्रदान किया गया। आईआईटीएफ/आईआईटीजी कोर्स पूरा करने के लिए 3000 से अधिक प्रतिभागियों को डिजिटल सर्टिफिकेट प्रदान किया गया।
देश के गौरव को आकार देने में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को ध्यान में रखते हुए अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ की भावना का जश्न मनाने वाले 3 दिवसीय कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया गया। आईआईटीटीएम के छात्रों द्वारा मंत्रमुग्ध कर देने वाली सांस्कृतिक प्रस्तुति और ‘अहिल्या बाई’ पर एक नाटक के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।