उत्तरकाशी टनल हादसे के कारणों की जांच के लिए विशेषज्ञ समिति का गठन
नई दिल्ली, 14नवंबर। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में रविवार को हुए टनल हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन युद्ध स्तर पर जारी है. मलबे में दबे 40 से अधिक मजदूरों को निकालने के लिए हर मुमकिन कोशिश की जा रही है. इसी बीच सरकार ने इस हादसे की जांच के आदेश दिए हैं. उत्तराखंड सरकार ने सुरंग दुर्घटना की जांच के लिए मंगलवार को छह सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का गठन किया है.
इस समिति में भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग के उप महाननिदेशक द्वारा नामित अधिकारी, वाडिया हिमालयन भू-विज्ञान संस्थान, देहरादून के निदेशक द्वारा नामित अधिकारी, भारतीय सुदूर संवेदन संस्थान देहरादून के निदेशक द्वारा नामित अधिकारी, भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय के निदेशक द्वारा नामित अधिकारी, उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण देहरादून के भू-वैज्ञानिक, उत्तराखंड भूस्खलन न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केन्द्र, देहरादून के वरिष्ठ भू-वैज्ञानिक शामिल हैं.
रविवार को दिवाली के दिन उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बड़ा हादसा हुआ था जिसमें उत्तरकाशी में सिल्क्यारा से डंडालगांव तक निर्माण की जा रही टनल का एक हिस्सा टूट कर गिर गया, जिसमें 40 से अधिक मजदूर टनल के अंदर फंस गए हैं. मजदूरों को निकालने के लिए सोमवार से ही रेस्क्यू ऑपरेशन ऑपरेशन जारी है. राहत कार्य के लिए NDRF, SDRF और पुलिस की राजस्व टीमें भी मौके पर मौजूद हैं.
फंसे हुए लोगों की ओर से खाने की मांग की गई, जिन्हें पाइप के थ्रू खाना भिजवाया जा रहा है. फंसे मजदूरों को निकालने के लिए मलवा हटाने का कार्य निरंतर जारी है. मलवा हटाने के लिए हैवी एक्सकैवेटर मशीनों को जुटाया गया है. टनल में फंसे मजदूरों से संपर्क होने की सूचना है. फिलहाल सभी मजदूर सुरक्षित बताए जा रहे हैं. टनल में पानी की आपूर्ति के लिए बिछी पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है. इसी पाइपलाइन के जरिए रात में चना-चबैना के पैकेट कंप्रेसर के जरिए दबाव बनाकर टनल में फंसे मजदूरों तक भेजे गए हैं.
मुख्यमंत्री धामी सोमवार सुबह खुद सिलक्यारा पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों से बचाव और राहत कार्यों की लगातार निगरानी करने को कहा.
साथ ही मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, सुरंग में मलबा हटाने का काम रात भर चला और इसे तेजी से किया जा रहा है . उन्होंने कहा, ‘‘सुरंग में फंसे हुए श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालना हमारी सबसे पहली प्राथमिकता है .’’
वहीं धामी ने प्रभावितों के परिजनों को आश्वस्त किया कि सुरंग में फंसे लोगों को सकुशल बाहर निकालने के लिए राज्य और केंद्र दोनों सरकारें गंभीर हैं. उन्होंने भरोसा जताया कि सुरंग में चल रहा बचाव कार्य जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा और वहां फंसे सभी 40 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा.
उत्तरकाशी टनल हादसे पर NDRF के असिस्टेंट कमांडेंट करमवीर सिंह भंडारी ने बताया, ”सुरंग के अंदर फंसे सभी 40 लोग सुरक्षित हैं, हमने उन्हें पानी और खाना मुहैया कराया है. हम उम्मीद करते हैं कि आज हम उन्हें बाहर निकाल लेंगे. पूरी कोशिश की जा रही है.”