351 करोड़ कैश विवाद मामलें में कांग्रेस सांसद धीरज साहू ने तोड़ी चुप्पी, बोले- पैसा काला धन नहीं..
नई दिल्ली, 16दिसंबर। कांग्रेस सांसद धीरज साहू के ठिकानों पर आयकर विभाग के छापेमारी के बाद मिली नकदी ने सबको चौंका दिया। छापेमारी में 351 करोड़ की नकदी मिली थी, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुई थी। जिसके बाद से ही तमाम राजनीतिक दलों ने कांग्रेस सांसद के खिलाफ बयानबाजी तेज कर दी है। इसी बीच, बीते कुछ दिनों पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संसद परिसर में भाजपा सांसदों के साथ धीरज साहू के छापेमारी को लेकर कांग्रेस को घेरा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि कांग्रेस भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। कांग्रेस के नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी को जवाब देना होगा कि ये पैसा कहां से आया और किसका है।
इस पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि कांग्रेस का इस नकदी से कोई लेना देना नहीं है। इसी बीच, भाजपा के नकदी के कालाधान होने के आरोपों पर कांग्रेस के सांसद धीरज साहू ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मैं पहले ही कह चुका हूं कि यह पैसा मेरे परिवार को व्यापारिक कंपनियों का है। मामले पर आयकर विभाग का पक्ष आने दीजिए। मेरे परिवार के सदस्य इसका जवाब देंगे। मुझे नहीं पता आयकर विभाग की इस कार्रवाई को लोग किस नजर से देख रहे हैं। लेकिन मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि इस पैसे का कांग्रेस या किसी अन्य राजनीतिक दल से कोई लेना-देना नहीं हैं। आयकर विभाग ही बताएगा कि यह काला धन या सफेद धन है। बस इतंजार कीजिए।
साथ ही उन्होंने कहा कि मैं स्वीकार करता हूं कि जो पैसा आयकर विभाग की कार्रवाई में मिला है, वह परिवार की एक फर्म का है। यह शराब फर्मों से संबंधित है। यह सारा पैसा मेरा नहीं है, यह मेरे परिवार और अन्य संबंधित फर्मों का है। आयकर विभाग द्वारा की गई छापेमारी का मैं हिसाब दूंगा।
बता दें कि आयकर विभाग की तलाशी भुवनेश्वर से शुरू हुई। बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड (बीडीपीएल) का मुख्यालय यहीं है। कथित कर चोरी और ‘आउट ऑफ बुक’ लेनदेन के आरोप में बीते छह दिसंबर को शुरू हुई थी नकदी की गिनती रविवार को खत्म हुई। पांच दिनों तक चली गिनती के बाद आयकर विभाग ने कहा, एक ही ऑपरेशन में किसी भी एजेंसी ने देश में अब तक सबसे अधिक 351 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की हैं।
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