प्रतिभागियों को अपने स्कूलों में दूसरों को प्रोत्साहित करने के लिए पीपीसी में भाग लेने के अपने अनुभव साझा करने चाहिए- धर्मेन्‍द्र प्रधान

धर्मेन्‍द्र प्रधान ने परीक्षा पे चर्चा के प्रतिभागियों के साथ की बातचीत

0

नई दिल्ली, 30जनवरी। केन्‍द्रीय शिक्षा और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेन्‍द्र प्रधान ने आज राष्ट्रीय बाल भवन में परीक्षा पे चर्चा (पीपीसी) के 7वें संस्करण के प्रतिभागियों के साथ बातचीत की। इस अवसर पर शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी और डॉ. सुभाष सरकार; विदेश एवं शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह; स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के सचिव, संजय कुमार; अन्य गणमान्य व्यक्ति, शिक्षक और छात्र भी उपस्थित थे।

कार्यक्रम में धर्मेन्‍द्र प्रधान ने परीक्षा पे चर्चा में भाग लेने वाले छात्रों के प्रयासों की सराहना की, खासकर उन छात्रों की जिन्होंने भारत मंडपम में लगाई गई प्रदर्शनी में अपने नवाचारों का प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि न केवल विज्ञान बल्कि कला और सामाजिक विज्ञान में छात्रों की ओर से आने वाले नए विचार युवा पीढ़ी के बीच कल्पना शक्ति को प्रदर्शित करते हैं।

उन्होंने उल्लेख किया कि छात्रों का प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी से मिलना और उनसे अनुभवी सलाह प्राप्त करना कितना रोमांचक और जीवन बदलने वाला अनुभव था।

धर्मेन्‍द्र प्रधान ने छात्रों से अपने-अपने स्कूलों में परीक्षा पे चर्चा में भाग लेने के अपने अनुभव साझा करने का आग्रह किया ताकि अन्य छात्रों को प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी द्वारा दी गई सलाह से सीखने की प्रेरणा मिले। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों सहित लगभग 50 करोड़ लोगों के बड़े समुदाय को तनाव पर काबू पाने के लिए ऐसी सलाहों से अवगत कराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि एनईपी 2020 की भी यही सिफारिश है।

कला उत्सव के विजेताओं, एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों के छात्रों और राज्यों और केन्‍द्रशासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों सहित 300 से अधिक प्रतिभागियों ने धर्मेन्‍द्र प्रधान के साथ बातचीत की और परीक्षा पे चर्चा में भाग लेने और प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी को सुनने के अपने अनुभव साझा किए।

देशभर के राज्यों से आए कई छात्रों ने अपने अनुभव साझा किए और बताया कि कैसे उन्हें प्रधानमंत्री की बातों से काफी प्रेरणा मिली है। तनीषा, सिरसा, हरियाणा से; त्रिपुरा, अगरतला से इंशा अख्तर; भोपाल, मध्य प्रदेश से तीर्थ सोनी; और कई अन्य लोगों ने कहा कि कैसे उन्होंने दिल्ली में अपने प्रवास का आनंद लिया है, नए दोस्त बनाए हैं और अन्य राज्यों की संस्कृतियों के बारे में सीखा है जो एक भारत, श्रेष्ठ भारत की सच्ची भावना को दर्शाते हैं।

परीक्षा पे चर्चा, परीक्षाओं से जुड़े तनाव को दूर करने और ‘परीक्षा योद्धाओं’ की बड़ी गतिविधि से जुड़कर जीवन के प्रति रचनात्‍मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्व में एक अनूठी पहल है। मौजूदा 7वें संस्करण में MyGov पोर्टल पर उल्लेखनीय 2.26 करोड़ पंजीकरण दर्ज किए गए, जो देशभर में छात्रों के बीच व्यापक उत्साह को दर्शाता है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.