कोलकाता की पायल नाथ को नीति आयोग द्वारा वुमन ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया अवार्ड्स के पांचवें संस्करण में सम्मानित किया गया
भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में 75 महिलाओं को सम्मानित किया गया
कोलकाता की पायल नाथ, जो कदम हाट की सह-संस्थापक हैं, नीति आयोग द्वारा वुमन ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया के रूप में सम्मानित किए गए 75 महिलाओं में शामिल हैं।
भारत को ‘सशक्त और समर्थ भारत बनाने में महिलाएं लगातार अहम भूमिका निभाती रही हैं। विभिन्न क्षेत्रों में इन महिलाओं की उल्लेखनीय उपलब्धियों को मान्यता देने के लिए नीति आयोग ने वुमन ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया अवार्ड्स की स्थापना की है।
इस वर्ष भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है, जिसके तहत 75 महिलाओं को डब्ल्यूटीआई पुरस्कार प्रदान किए गए। अन्य पुरस्कार विजेताओं के बारे में अधिक जानने के लिए यहां क्लिक करें।
पायल नाथ, कोलकाता, कदम हाट
पायल नाथ ने ग्रामीण कारीगरों के लिए एक अपस्किलिंग पहल कदम हाट और कदम फाउंडेशन की सह-स्थापना की। कदम हाट दोनों के लिए हस्तशिल्प की दुकान है। दोनों संगठन ग्रामीण भारत में हाशिए पर रहने वाले समुदायों को कौशल प्रदान करने के लिए मिलकर काम करते हैं, उनके लिए अवसर पैदा करते हैं और उन्हें स्थायी आजीविका प्रदान करते हैं। हरी घास और हरित प्रौद्योगिकी जैसी 100 प्रतिशात पर्यावरण के अनुकूल स्थानीय सामग्री का उपयोग करते हुए, कदम प्रशिक्षण दे रहा है और आजीविका के अवसर सीधे उनके घरों तक ला रहा है, जिनमें से 85 प्रतिशत महिलाएं हैं। इस यात्रा में ग्रामीण उद्यमों को समान हितधारक बनाते हुए, वे आज स्वामित्व ले रहे हैं और अपने साथियों को प्रेरित कर रहे हैं।
कदम हाट एक सपना बुनता है जहां ग्रामीण जीवन की समृद्धि को बढाता है, हरेक पास काम होता है, प्रौद्योगिकी समुदायों और उनके माहौल में सहायता करती है, और हर दिमाग रचनात्मक रूप से भारत का निर्माण कर रहा है।