ममता बनर्जी का बड़ा आरोप, कहा- 19 को वोटिंग, 17 अप्रैल को दंगे करा सकती है बीजेपी..
नई दिल्ली, 8अप्रैल। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा आरोप लगाया है. ममता बनर्जी ने बीजेपी पर लोकसभा चुनाव के बीच बीजेपी पर दंगा भड़काने की योजना बनाने का आरोप लगाया है. ममता बनर्जी ने कहा कि लोग बहकावे में न आएं, बीजेपी रामनवमी के मौके पर 17 अप्रैल को सांप्रदायिक दंगे करा सकती है. भाजपा 17 अप्रैल को रामनवमी पर सांप्रदायिक भावनाएं भड़काएगी. ममता बनर्जी ने एक रैली में कहा- ‘‘भाजपा से एक बात कहूंगी-रैलियां आयोजित करें लेकिन दंगे नहीं कराएं. 19 अप्रैल को मतदान होगा और वे 17 अप्रैल को दंगे करेंगे. भगवान राम ने आपको दंगे भड़काने के लिए नहीं कहा है. लेकिन वे ऐसा करेंगे और फिर एनआईए को लाएंगे.’’
ED, CBI धमका रही हैं: ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि केंद्रीय जांच एजेंसियां तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेताओं से या तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने या कार्रवाई का सामना करने के लिए कह रही हैं. पुरुलिया जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए बनर्जी ने आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई), राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) और आयकर विभाग जैसी एजेंसियां भाजपा के ‘‘हथियार’’ के रूप में काम कर रही हैं.
ममता बनर्जी ने कहा, ‘‘टीएमसी नेताओं को परेशान करने के लिए एनआईए, ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है. वे बिना किसी पूर्व सूचना के छापेमारी कर रहे हैं और घरों में घुस रहे हैं. जब रात में सभी लोग सो रहे हों और कोई उनके घर में घुस जाए तो महिलाएं क्या करेंगी.’’ बनर्जी भूपतिनगर में शनिवार की घटना का जिक्र कर रही थीं जहां एक विस्फोट मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार करने गई एनआईए की एक टीम पर भीड़ ने हमला कर दिया था. उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘एजेंसियां हमारे नेताओं और कार्यकर्ताओं को या तो भाजपा में शामिल होने अन्यथा कार्रवाई का सामना करने के लिए कह रही हैं.’’
योजनाओं का लाभ देंगे
मुख्यमंत्री ने केंद्र की भाजपा-नीत सरकार पर पश्चिम बंगाल को मनरेगा और प्रधानमंत्री आवास योजनाओं के लिए धन से वंचित करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गरीबों को घर बनाने के लिए 1.2 लाख रुपये देगी, खासकर जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार और कूचबिहार में, जो पिछले हफ्ते आए तूफान से प्रभावित हुए हैं. उन्होंने कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग अभी हमें पैसे देने की अनुमति नहीं देगा. चुनाव के बाद हम गरीबों के घर बनाएंगे.’’ बनर्जी ने कहा कि राज्य सरकार अपनी योजना के तहत गरीबों को काम देगी. उन्होंने कहा, ‘‘अगर संभव हुआ तो इस साल हम 60 दिन के काम की व्यवस्था करेंगे.’’
बीजेपी पर निशाना
बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र ने टीएमसी के नेताओं द्वारा कथित अनियमितताओं का पता लगाने के लिए राज्य में 136 टीम भेजी हैं. उन्होंने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘लेकिन, जांच में क्या निकला? कृपया एक श्वेत पत्र जारी करें.’’ ममता बनर्जी ने कहा कि टीएमसी अपने वादों को पूरा करने में विश्वास करती है. उन्होंने रैली में भाग लेने वाली महिलाओं से यह देखने के लिए कहा कि राज्य की ‘लक्ष्मी भंडार’ योजना के तहत 1,000 रुपये की मासिक सहायता उनके बैंक खातों तक पहुंची है या नहीं. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे यकीन है कि आपको यह पहले ही मिल चुका है. जिन्हें यह नहीं मिला है उन्हें भी जल्द ही मिल जाएगा. 2.5 करोड़ महिलाओं को पहले से ही पैसा मिल रहा है.’’
टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने निर्वाचन आयोग पर भी निशाना साधते हुए कहा कि रैली स्थल पर आते समय उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीरों के साथ केंद्रीय योजनाओं के बैनर देखे, जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है. ममता बनर्जी ने कहा, ‘‘आपने राज्य सरकार की परियोजनाओं के होर्डिंग्स में मेरी तस्वीरों को हटा दिया. इसमें कोई समस्या नहीं है क्योंकि चुनाव की तारीखों की घोषणा हो चुकी है, यह होना ही चाहिए था. लेकिन आपने प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीरें को क्यों नहीं हटाया?’’