जादवपुर यूनिवर्सिटी में ‘आजाद कश्मीर’ और ‘फ्री फिलिस्तीन’ की पेंटिंग पर विवाद, प्रशासन ने दिए जांच के आदेश
कोलकाता ,11 मार्च। कोलकाता की जादवपुर यूनिवर्सिटी में ‘आजाद कश्मीर’ और ‘फ्री फिलिस्तीन’ से जुड़ी पेंटिंग्स को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। यूनिवर्सिटी के कैंपस की दीवारों पर यह पेंटिंग्स देखे जाने के बाद छात्रों और प्रशासन के बीच तनाव बढ़ गया है। इस मामले में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
पश्चिम बंगाल की जादवपुर यूनिवर्सिटी में दीवार पर आजाद कश्मीर और फ्री फिलिस्तीन की पेंटिंग (ग्रैफिटी) बनाई गई। ये ग्रैफिटी तब बनाई गई, जब 10 मार्च को एग्जाम चल रहा था। इसको लेकर पुलिस कथित रूप से सादे कपड़ों में कैंपस में पहुंची।
मामले में वामपंथी छात्र संगठन के समर्थकों पर FIR दर्ज की गई है। बताया जा रहा है कि यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (TMC) से जुड़े हुए हैं।
पेंटिंग यूनिवर्सिटी के गेट नंबर तीन के पास की दीवार पर बनाई गई। ये भी लिखा कि फासिस्ट ताकतों को खत्म किया जाना चाहिए। पेंटिंग बनाने में किस संगठन का हाथ है, ये फिलहाल पता नहीं लगा है।
ममता सरकार में मंत्री ब्रत्य बसु ने कहा था, ‘विरोध प्रदर्शन से साफ नजर आया कि SFI का असली रूप अलोकतांत्रिक और अनियंत्रित है। इन लोगों ने शिक्षण समुदाय के खिलाफ नारे लगाए।
आज जो लोग देश के भगवाकरण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे, जो लोकतंत्र के लिए लड़ने, फासीवाद के खिलाफ लड़ने के बड़े-बड़े दावे कर रहे थे। उन्होंने आज मेरे और शिक्षक समुदाय के सदस्यों के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए फासीवादी ताकतों से हाथ मिला लिया, क्योंकि हम उनके दबाव की रणनीति, उनकी धमकाने वाली रणनीति के आगे नहीं झुके।
वामपंथी संगठन SFI ने कहा- हम अलगाववाद का समर्थन नहीं करते इधर, जादवपुर यूनिवर्सिटी में वामपंथी संगठन स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) के नेता अभिनब बसु ने कहा- हम अलगाववाद का समर्थन नहीं करते। हम भाजपा शासित राज्यों में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ हैं।