प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मॉरीशस का सर्वोच्च सम्मान, भारत-मॉरीशस के संबंधों को नई मजबूती
नई दिल्ली,12 मार्च। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मॉरीशस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार एंड की ऑफ इंडियन ओशन’ (The Grand Commander of the Order of the Star and Key of the Indian Ocean) से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान मोदी को भारत और मॉरीशस के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और विकास परियोजनाओं में सहयोग के लिए दिया गया है।
सम्मान समारोह का आयोजन
यह सम्मान प्रधानमंत्री मोदी को मॉरीशस की राजधानी पोर्ट लुईस में एक विशेष समारोह के दौरान मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ द्वारा प्रदान किया गया।
- समारोह में मॉरीशस के राष्ट्रपति और अन्य शीर्ष सरकारी अधिकारी मौजूद थे।
- प्रधानमंत्री मोदी को पारंपरिक मॉरीशस पोशाक पहनाकर सम्मानित किया गया।
- इस दौरान भारत और मॉरीशस के बीच रणनीतिक साझेदारी, व्यापार, संस्कृति और विकास के क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा हुई।
प्रधानमंत्री मोदी ने सम्मान मिलने के बाद कहा:
“यह सम्मान न केवल मेरे लिए बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व का विषय है। भारत और मॉरीशस के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध हैं। हम दोनों देशों के बीच विकास और समृद्धि के लिए मिलकर काम करना जारी रखेंगे।”
क्या है यह सर्वोच्च सम्मान?
- ‘द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार एंड की ऑफ इंडियन ओशन’ मॉरीशस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।
- यह सम्मान उन विदेशी नेताओं को दिया जाता है जिन्होंने मॉरीशस के विकास और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसके हितों को आगे बढ़ाने में योगदान दिया हो।
- इससे पहले यह सम्मान महात्मा गांधी, नेल्सन मंडेला और क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय को भी दिया जा चुका है।
भारत-मॉरीशस के बीच मजबूत रिश्ते
के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध सदियों पुराने हैं।
- मॉरीशस की जनसंख्या का एक बड़ा हिस्सा भारतीय मूल का है।
- दोनों देशों के बीच व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य, रक्षा और सांस्कृतिक सहयोग के क्षेत्र में गहरे संबंध हैं।
- भारत मॉरीशस के प्रमुख विकास भागीदारों में से एक है।
महत्वपूर्ण समझौते और परियोजनाएं
👉 मॉरीशस मेट्रो प्रोजेक्ट – भारत ने मॉरीशस में मेट्रो रेल परियोजना के लिए आर्थिक सहायता दी है।
👉 डिजिटल इंडिया पहल – भारत ने मॉरीशस को डिजिटल सेवाएं और ई-गवर्नेंस सिस्टम विकसित करने में मदद की है।
👉 रक्षा सहयोग – भारत ने मॉरीशस को रक्षा उपकरण, गश्ती जहाज और तकनीकी सहायता प्रदान की है।
👉 शिक्षा और स्वास्थ्य – भारत ने मॉरीशस के छात्रों के लिए शैक्षणिक छात्रवृत्ति और मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की मॉरीशस यात्रा के प्रमुख उद्देश्य
प्रधानमंत्री मोदी की मॉरीशस यात्रा के दौरान कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर हुए:
✅ ब्लू इकोनॉमी (Blue Economy) – समुद्री संसाधनों के विकास के लिए दोनों देशों के बीच सहयोग।
✅ रक्षा और सुरक्षा – समुद्री सुरक्षा और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देना।
✅ आर्थिक सहयोग – भारत ने मॉरीशस को आर्थिक सहायता के रूप में 100 मिलियन डॉलर की सहायता दी।
✅ सांस्कृतिक साझेदारी – भारतीय सांस्कृतिक केंद्र के विस्तार के लिए समझौता हुआ।
भारत और मॉरीशस के बीच ऐतिहासिक संबंध
- मॉरीशस में भारतीय प्रवासियों की शुरुआत 1834 में हुई थी, जब ब्रिटिश शासन के दौरान भारतीय मजदूर वहां पहुंचे थे।
- भारतीय मूल के लोग मॉरीशस की राजनीति, अर्थव्यवस्था और संस्कृति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- दोनों देशों के बीच मजबूत संबंध का आधार हिंद महासागर में रणनीतिक स्थिति और सांस्कृतिक एकता है।
प्रधानमंत्री मोदी को मिला यह सम्मान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की कूटनीतिक स्थिति को और मजबूत करता है।
- भारत के प्रभाव में वृद्धि और मोदी के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भूमिका का प्रमाण है।
- इससे भारत और मॉरीशस के बीच रणनीतिक साझेदारी और मजबूत होगी।
विपक्ष ने भी इस सम्मान के लिए प्रधानमंत्री मोदी को बधाई दी है।
- कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि:
“यह सम्मान भारत के बढ़ते प्रभाव और भारत-मॉरीशस के मजबूत रिश्ते को दर्शाता है।”
- अन्य राजनीतिक दलों ने भी इसे भारत की कूटनीतिक सफलता बताया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मॉरीशस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया जाना भारत की वैश्विक स्थिति और दोनों देशों के बीच गहरे संबंधों का प्रतीक है। इस सम्मान से भारत और मॉरीशस के बीच आर्थिक, सांस्कृतिक और सामरिक रिश्तों को और मजबूती मिलेगी। साथ ही इससे हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की भूमिका और प्रभाव को भी बल मिलेगा।