यूक्रेन-रूस युद्ध: जेलेंस्की 30 दिन के युद्धविराम के लिए तैयार, शांति वार्ता के संकेत
यूक्रेन-रूस ,12 मार्च। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रूस के साथ चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए 30 दिन के युद्धविराम पर सहमति जताई है। जेलेंस्की ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील करते हुए कहा कि अगर रूस युद्धविराम के लिए तैयार होता है, तो यूक्रेन इसके लिए राजी है। जेलेंस्की के इस कदम को युद्ध के शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है।
जेलेंस्की का बयान
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि:
“हम युद्धविराम के लिए तैयार हैं, लेकिन इसके लिए रूस को भी ईमानदारी दिखानी होगी। अगर 30 दिन के युद्धविराम के दौरान स्थिति स्थिर रहती है और रूस समझौते का पालन करता है, तो हम इसे स्थायी शांति की ओर बढ़ाने के लिए तैयार हैं।”
जेलेंस्की ने शांति वार्ता के लिए कुछ शर्तें भी रखी हैं:
- रूस को यूक्रेन के कब्जे वाले क्षेत्रों से अपनी सेनाओं को हटाना होगा।
- यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करना होगा।
- युद्धविराम के दौरान किसी भी प्रकार की सैन्य कार्रवाई पर रोक लगानी होगी।
रूस की प्रतिक्रिया
रूस की ओर से अब तक इस प्रस्ताव पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
- क्रेमलिन के प्रवक्ता ने कहा कि शांति वार्ता के लिए पहले रूस की सुरक्षा चिंताओं पर चर्चा जरूरी है।
- रूस ने पहले भी कहा था कि अगर यूक्रेन नाटो (NATO) में शामिल होने की अपनी मांग वापस लेता है, तो शांति वार्ता के लिए तैयार हैं।
- रूस का रुख इस पर निर्भर करेगा कि जेलेंस्की का प्रस्ताव कितना व्यावहारिक है।
युद्ध की स्थिति पर एक नजर
- फरवरी 2022 से चल रहे यूक्रेन-रूस युद्ध में अब तक लाखों लोग प्रभावित हो चुके हैं।
- हजारों सैनिकों की मौत हो चुकी है और बड़ी संख्या में आम नागरिक भी हताहत हुए हैं।
- यूक्रेन के पूर्वी हिस्से में डोनबास, लुहान्स्क और डोनेट्स्क जैसे क्षेत्रों पर रूस का कब्जा बना हुआ है।
- हाल के महीनों में यूक्रेन ने रूस के कई इलाकों पर पलटवार किया है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
➡️ अमेरिका – अमेरिका ने जेलेंस्की के इस प्रस्ताव का समर्थन किया है।
➡️ यूरोपीय संघ (EU) – यूरोपीय संघ ने इसे शांति की ओर एक सकारात्मक कदम बताया है।
➡️ संयुक्त राष्ट्र (UN) – संयुक्त राष्ट्र ने दोनों पक्षों से बातचीत की मेज पर आने की अपील की है।
➡️ चीन – चीन ने पहले भी दोनों देशों के बीच शांति वार्ता की पेशकश की थी और इस प्रस्ताव का स्वागत किया है।
यूक्रेन की शर्तें
यूक्रेन ने रूस के साथ शांति वार्ता के लिए कुछ प्रमुख शर्तें रखी हैं:
✔️ रूस को युद्धविराम का पूरी तरह पालन करना होगा।
✔️ यूक्रेन के कब्जे वाले क्षेत्रों से रूसी सेना को हटना होगा।
✔️ भविष्य में यूक्रेन की सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय गारंटी दी जानी चाहिए।
✔️ नाटो और यूरोपीय संघ के साथ यूक्रेन के संबंधों में दखल नहीं दिया जाएगा।
रूस ने अब तक यूक्रेन के सभी शर्तों को पूरी तरह स्वीकार नहीं किया है।
- रूस ने स्पष्ट किया है कि डोनबास, लुहान्स्क और क्रीमिया पर उसका नियंत्रण बना रहेगा।
- रूस ने यूक्रेन के नाटो में शामिल होने को लेकर सख्त आपत्ति जताई है।
- रूस ने कहा है कि यूक्रेन को अपने सैन्य ढांचे को सीमित करना होगा।
- अगर 30 दिन का युद्धविराम सफल रहता है, तो दोनों पक्षों के बीच शांति वार्ता शुरू हो सकती है।
- रूस अगर युद्धविराम का उल्लंघन करता है, तो यूक्रेन फिर से जवाबी हमला कर सकता है।
- अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच रूस पर सख्त प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं।
- जेलेंस्की के इस प्रस्ताव से यूरोप और अमेरिका ने राहत की उम्मीद जताई है।
जेलेंस्की का 30 दिन के युद्धविराम का प्रस्ताव रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हालांकि, रूस की प्रतिक्रिया इस प्रस्ताव के भविष्य को तय करेगी। अगर दोनों देश सहमति पर पहुंचते हैं, तो यह युद्ध के शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है।