नागपुर हिंसा: बांग्लादेश कनेक्शन का खुलासा, जांच में बड़े सुराग मिले
नागपुर ,20 मार्च। नागपुर हिंसा मामले में गुरुवार को बांग्लादेश कनेक्शन सामने आया है। सोशल मीडिया पोस्ट पर एक यूजर ने धमकी दी कि सोमवार के दंगे तो सिर्फ एक छोटी घटना थी और भविष्य में और बड़े दंगे होंगे।
साइबर सेल ने अफवाह फैलाने और हिंसा भड़काने के मामले में 34 सोशल मीडिया अकाउंट पर कारवाई की है, साथ ही 10 FIR की गई हैं।
वहीं, पुलिस ने मास्टरमाइंड फहीम शमीम खान समेत अब तक 84 लोगों को गिरफ्तार किया है। हालांकि, बुधवार को महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने यह संख्या 69 बताई थी। इनमें आठ विश्व हिंदू परिषद (VHP) कार्यकर्ता भी शामिल हैं।
19 आरोपियों को 21 मार्च तक पुलिस कस्टडी में भेजा दिया गया है। मास्टरमाइंड फहीम पर 500 से ज्यादा दंगाइयों को इकट्ठा करने और हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप है।
मंत्री कदम ने चेतावनी दी कि सोशल मीडिया पर भ्रामक वीडियो प्रसारित करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
10 संदिग्ध हिरासत में
पुलिस ने इस मामले में अब तक 10 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इनसे पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। बताया जा रहा है कि ये संदिग्ध हिंसा भड़काने के लिए सोशल मीडिया के जरिए बाहरी संगठनों के संपर्क में थे।
कैसे हुआ बांग्लादेश कनेक्शन का खुलासा?
जांच एजेंसियों ने हिंसा से जुड़े कई सोशल मीडिया अकाउंट्स और मैसेजिंग ग्रुप्स की जांच की। इसमें पता चला कि कई फर्जी अकाउंट्स बांग्लादेश से ऑपरेट किए जा रहे थे। इन अकाउंट्स से लगातार भड़काऊ पोस्ट और मैसेज शेयर किए जा रहे थे, जिससे स्थानीय समुदायों के बीच तनाव बढ़ा।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया,
“हिंसा से पहले नागपुर में अचानक कई नए सोशल मीडिया अकाउंट्स एक्टिव हुए थे। इन अकाउंट्स से सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने वाली सामग्री पोस्ट की जा रही थी। जांच के दौरान पाया गया कि इनमें से अधिकांश अकाउंट्स बांग्लादेश से संचालित किए जा रहे थे।”