केंद्रीय मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने मुंबई में 40वें ‘हुनर हाट’ का उद्घाटन किया
31 से अधिक राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के लगभग 1000 कारीगर भाग ले रहे हैं
हुनर हाट जैसी पहलों से आत्मानिर्भर भारत को मजबूत किया जा रहा है: केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर
हुनर हाट का दौरा करें, एक भारत श्रेष्ठ भारत का अनुभव करें: केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा मामले एवं खेल मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने आज मुंबई में केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की उपस्थिति में ‘हुनर हाट’ के 40वें संस्करण का उद्घाटन किया। ‘स्वदेशी’ उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए एक विश्वसनीय मंच ‘हुनर हाट’ का 40 वां संस्करण 16 से 27 अप्रैल, 2022 तक मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स के एमएमआरडीए ग्राउंड पर आयोजित किया जा रहा है। 31 से अधिक राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के लगभग 1000 कारीगर और शिल्पकार इसमें भाग ले रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि “हुनर हाट जैसी पहल से आत्मानिर्भर भारत को मजबूत किया जा रहा है।” उन्होंने कहा: “हुनर हाट के इस 40वें संस्करण में 31 राज्यों से आए एक हजार से अधिक शिल्पकारों और कारीगरों ने 400 स्टॉल लगाए हैं।”
मंत्री महोदय ने ‘एक जिला एक उत्पाद’ के बारे में भी बताया, जिसके तहत प्रत्येक जिले को एक उत्पाद के लिए मान्यता दी जाती है। उन्होंने कहा कि इस पहल ने न केवल लोगों को कमाई करने का मौका दिया, बल्कि गांव में अन्य लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा किए, वह भी उस समय जब दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाएं महामारी से प्रभावित थीं।
उन्होंने याद किया कि किस तरह भारत ने संकट के समय में प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के आह्वान की कैसी प्रतिक्रिया दी और कहा, “भारत में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है।” उन्होंने कहा “हमने पीपीई किट, मास्क और यहां तक कि वेंटिलेटर का उत्पादन शुरू किया।”
उन्होंने स्किल इंडिया को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा उठाए गए कदमों पर प्रकाश डाला। “कौशल का प्रशिक्षण दिया है ताकि आप नौकरी तलाशने वाले न बनें, बल्कि नौकरी देने वाले बनें।” उन्होंने उल्लेख किया कि हमारी संस्कृति और शैक्षिक व्यवस्था ने पूर्व में श्रम के गौरव पर अधिक ध्यान केंद्रित नहीं किया मगर “प्रधानमंत्री श्री मोदी ने ‘श्रम की गरिमा’ पर बहुत जोर दिया है।
उन्होंने सरकार द्वारा शुरू की गई ‘तेजस’ योजना के बारे में भी जानकारी दी जिसके तहत भारत यूएई को कुशल जनशक्ति भेजेगा। उन्होंने बताया कि एक साल के भीतर, काम चाहने वाले 30,000 कुशल कारीगरों को संयुक्त अरब अमीरात भेजा जाएगा।
श्री ठाकुर ने मीडियाकर्मियों से भी 40वें हुनर हाट में लगाए गए विभिन्न स्टालों पर ध्यान देने का आग्रह किया, ताकि उनकी जानकारी जनता तक पहुंचे और उनके उत्पादों को सही पहचान मिले।
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय की एक पहल हुनर हाट के बारे में बोलते हुए केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि मुंबई के हुनर हाट में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ देखने और ‘विविधता में एकता’ के सार का अनुभव करने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि यहां आपको कश्मीर से कन्याकुमारी और कच्छ से कटक तक देश की संस्कृति और कौशल का अनुभव मिलेगा। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले सात वर्षों में हुनर हाट के माध्यम से नौ लाख से अधिक कारीगरों और शिल्पकारों को रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं।
हस्तनिर्मित वस्तुओं के निर्माण, वितरण, बिक्री और प्रदर्शन में एक ही कारीगर और शिल्पकार के साथ 50 से अधिक लोग हुनर हाट की सफलता में शामिल हैं। इस कार्यक्रम ने कारीगरों और शिल्पकारों, विशेष रूप से महिलाओं के बीच उद्यमिता को प्रोत्साहित किया है, जो अब अपने स्वयं के स्वयं सहायता संगठनों का प्रबंधन कर रहे हैं।
हुनर हाट के डिजिटल संस्करण और वाणिज्य मंत्रालय के गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस प्लेटफॉर्म के कारण कई शिल्पकारों और कारीगरों को अब सरकारी विभागों और निजी क्षेत्र से ऑनलाइन ऑर्डर मिल रहे हैं।
श्री नकवी ने कहा कि ‘हुनर हाट’, भारत की सदियों पुरानी पारंपरिक और पैतृक कला और शिल्प को बाजार और अवसर प्रदान करने का एक मंच है, जो ‘स्वदेशी’ और ‘स्थानीय’ के अभियान को मुखर और मजबूत बना रहा है।
संसद सदस्य, प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि कैसे देश के युवाओं की छिपी प्रतिभा और विभिन्न कौशल में उत्कृष्टता हासिल की। उन्होंने कारीगरों को आगे आकर स्थानीय उत्पादों को विश्व बाजार तक पहुंचाने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने भौगोलिक संकेतकों के बारे में भी बताया जो देश के कारीगरों को एक बड़ा बाजार खोजने में मदद कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि “जब किसी उत्पाद को जीआई के रूप में मान्यता दी जाती है, तो उसे वैश्विक बाजार तक पहुंचने का अवसर मिलता है।”
हुनर हाट क्यों जाएं?
31 राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों के 1,000 से अधिक कारीगर और शिल्पकार वर्तमान संस्करण में विभिन्न प्रकार के माल और कौशल प्रदर्शित कर रहे हैं। महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, नागालैंड, मध्य प्रदेश, मणिपुर, बिहार, आंध्र प्रदेश, झारखंड, गोवा, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, कर्नाटक, गुजरात, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, केरल और देश के अन्य स्थानों के से आये स्वदेशी उत्पादों का प्रदर्शन मुंबई के ‘हुनर हाट’ में किया जा रहा है।
कचरे से सर्वश्रेष्ठ: “वोकल फॉर लोकल” और “बेस्ट फ्रॉम वेस्ट” विषयों के अनुरूप, प्लास्टिक, कागज, प्लाई, लकड़ी, कांच, सिरेमिक, जूट, कपास और ऊन जैसे इस्तेमाल और बेकार छोड़े गए सामानों से बने उत्कृष्ट उत्पाद, साथ ही केले के तने, गन्ने का गूदा, धान और गेहूं का भूसा, भूसी, रबर, लोहा, पीतल, भी यहां प्रदर्शित किये जा रहे हैं।
विश्वकर्मा वाटिका
हुनर हाट के मुख्य आकर्षण “विश्वकर्मा वाटिका” में, कारीगर पारंपरिक स्वदेशी उत्पादों को कैसे बनाया जाता है, इसका लाइव प्रदर्शन प्रदर्शित करेंगे।
‘मेरा गांव मेरा देश’ फूड कोर्ट
एक थीमेटिक फूड कोर्ट ‘मेरा गांव मेरा देश’ स्थापित किया गया है जहां भारत के विभिन्न राज्यों के पारंपरिक खाद्य पदार्थों का स्वाद लिया जा सकता है। हाट में 60 से अधिक फूड स्टॉल लगाए गए हैं।
जाने-माने कलाकार प्रतिदिन शाम 6 बजे से 10 बजे के बीच संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे।
कुल 12 दिवसीय ‘हुनर हाट’ में आने वाले लोगों को अन्नू कपूर, पंकज उधास, सुदेश भोसले, सुरेश वाडकर, साधना सरगम, अमित कुमार, शैलेंद्र सिंह, शब्बीर कुमार, महालक्ष्मी अय्यर, भूमि त्रिवेदी, कविता पौडवाल, दलेर मेहदी, अल्ताफ राजा, रेखा राज, उपासना सिंह (कॉमेडी आर्टिस्ट), एहसान कुरैशी (कॉमेडी आर्टिस्ट), भूपिंदर सिंह भूप्पी, रानी इंद्राणी, मोहित खन्ना, प्रिया मलिक, जॉली मुखर्जी, प्रियाना मैत्रा, विवेक मिश्रा, दीपक राजा (कॉमेडी कलाकार), अदिति खांडेगल, अंकिता पाठक, सिद्धांत भोसले, राहुल जोशी, सुप्रिया जोशी, भूमिका मलिक, प्रेमा भाटिया, पॉश जेम्स जैसे प्रसिद्ध कलाकारों के विभिन्न संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आनंद मिलेगा।
26 अप्रैल को एक लेजर लाइट शो का आयोजन किया जाएगा और आगंतुक हाट में अन्नू कपूर द्वारा संयोजित “अंताक्षरी” का आनंद भी ले सकते हैं।
‘हुनर हाट’ वर्चुअल प्लेटफॉर्म https://hunarhaat.org/ और https://gem.gov.in/ पर भी उपलब्ध है जहां से देश-विदेश के लोग ऑनलाइन उत्पाद खरीद सकते हैं।