आरपीएफ ने “ऑपरेशन सतर्क”के तहत 5 अप्रैल से 30 अप्रैल, 2022 तक केंद्रित प्रयास किये
आरपीएफ ने 5 अप्रैल से 30 अप्रैल, 2022 के दौरान अवैध तंबाकू उत्पादों के परिवहन के 26 मामलों का पता लगाया
इसी अवधि के दौरान अवैध शराब परिवहन के 177 मामले पकड़े गए और 97 व्यक्तियों की गिरफ्तारी की गयी
लगभग 2.60 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी/सोना/चांदी संबंधित कर अधिकारियों को सौंपी गयी
रेलवे सुरक्षा बल देश का एक सशस्त्र बल है, जिसे रेलवे संपत्ति, यात्री-क्षेत्र और यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। यह रेलवे सुरक्षा के क्षेत्र में अग्रणी सुरक्षा एजेंसी है, जो अखिल भारतीय स्तर पर मौजूद है।
भारतीय रेल, राष्ट्र का प्राथमिक ट्रांसपोर्टर है, जिसकी कर चोरों, तस्करों, हथियार तस्करों, और देश विरोधी ताकतों द्वारा देश के विभिन्न हिस्सों में अवैध वस्तुओं को ले जाने के लिए इस्तेमाल किए जाने की संभावना बनी रहती है, ताकि वे अपने नापाक मंसूबों को अंजाम दे सकें। कर चोरी/तस्करी/अपराध /आतंक के कृत्यों को अंजाम देने के लिए अवैध शराब / एफआईसीएन / अवैध तंबाकू उत्पादों / बेहिसाब सोने / नकदी / कीमती वस्तुओं / अन्य वस्तुएं रेलवे नेटवर्क से परिवहन किये जाने पर कार्रवाई करने के उद्देश्य से रेलवे सुरक्षा बल ने हाल ही में “ऑपरेशन सतर्क”शुरू किया था।
“ऑपरेशन सतर्क”के तहत केंद्रित प्रयास 5 अप्रैल से 30 अप्रैल 2022 तक जारी रहे, जिसमें अवैध तंबाकू उत्पाद परिवहन के 26 मामलों का पता चला। लगभग 44 लाख रुपये के तंबाकू उत्पादों को जब्त किया गया और 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया। अवैध शराब परिवहन के 177 मामलों में 97 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लगभग 18 लाख रुपये मूल्य की अवैध शराब की जब्ती की गई। कर चोरी के उद्देश्य से बेहिसाब सोने/चांदी के आभूषण और बेहिसाब नकदी रेल के माध्यम से ले जायी जाती है। आरपीएफ ने कर चोरी के ऐसे 23 मामलों का पता लगाया और संबंधित कर अधिकारियों को लगभग 2.60 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी/सोना/चांदी सौंप दी।
रेल के माध्यम से तस्करी के मामलों में पहली जवाबी प्रतिक्रिया करने की अपनी जिम्मेदारी से अवगत होने के कारण, आरपीएफ ने ऐसे मामलों में ठोस कार्रवाई की और उपरोक्तअवधि के दौरान लगभग 3.18 करोड़ रुपये की तस्करी का सामान जब्त किया।
देश के विभिन्न हिस्सों में अपराध करने या नापाक मंसूबों को अंजाम देने के लिए कभी-कभी राष्ट्र विरोधी ताकतों द्वारा हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक ले जाया जाता है। आरपीएफ ऐसे तत्वों के मंसूबों को विफल करने के लिए “ऑपरेशन सतर्क”के तहत स्टेशनों, ट्रेनों और रेलवे क्षेत्र में गहन जांच कर रहा है। देश भर में इस तरह के प्रयास के दौरान, आरपीएफ ने 17 व्यक्तियों को पकड़ा गता और एक एके 47 राइफल, एक पाइप गन, एक डबल बैरल गन, एक पिस्तौल, 06 देशी पिस्तौल, 3 खंजर, 12 बोर गोला बारूद के 10 कारतूस, .315” बुलेट के 140 कारतूस, 7.62 मिमी बुलेट के 404 कारतूस और विभिन्न गोला बारूद के 9 कारतूस बरामद किए गए।
भारतीय रेल, राष्ट्र की जीवन रेखा है और रेल प्रहरी होने के नाते आरपीएफ इसे सुरक्षित रखने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा तथा नापाक गतिविधियों के लिए इसका उपयोग किये जाने की अनुमति नहीं देगा।