श्री पुरुषोत्तम रूपाला ने भारत के प्रथम पशु स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया
श्री रूपाला ने कहा कि पशुधन क्षेत्र में सहकारी आंदोलन को मजबूती प्रदान करने की आवश्यकता है
केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री, श्री पुरुषोत्तम रूपाला ने कहा कि पशुधन क्षेत्र में सहकारी आंदोलन को मजबूती प्रदान करने की आवश्यकता है। भारत के प्रथम पशु स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन 2022 का उद्घाटन करते हुए, श्री रूपाला ने पशु स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए आयुर्वेद का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करने का आह्वान किया।
प्रथम भारत पशु स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन 2022 का आयोजन आज नई दिल्ली के एनएएससी कॉम्प्लेक्स में किया गया, जिसमें देश की खाद्य और पोषण सुरक्षा, ग्रामीण आय और समृद्धि एवं समग्र आर्थिक विकास की प्राप्ति के लिए पशु स्वास्थ्य के महत्व को समझा गया।
इंडियन चैंबर ऑफ फूड एंड एग्रीकल्चर (आईसीएफए) और एग्रीकल्चर टुडे ग्रुप द्वारा आयोजित किए गए ‘इंडिया एनिमल हेल्थ समिट 2022’ के उद्घाटन समारोह में श्री रूपाला मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। श्री रूपाला ने कहा कि पशुओं के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित करते हुए पशु चिकित्सक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। श्री रूपाला ने देश की सेवा में लगे हुए पशु चिकित्सकों के कार्य को उचित मान्यता प्रदान करने वाली पहलों के संदर्भ में आम लोगों से सुझाव मांगा।
इस अवसर पर श्री अतुल चतुर्वेदी, सचिव, पशुपालन और डेयरी विभाग ने कहा कि पशु स्वास्थ्य वन हेल्थ का एक बहुत बड़ा घटक है और हमारे समुदाय में पशु चिकित्सकों के लिए और ज्यादा सम्मान सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि विभाग पशु महामारियों से निपटने की तैयारियां कर रहा है। इस दो दिवसीय कार्यक्रम में पशु स्वास्थ्य नीति वाली पहल से लेकर व्यावसायिक पर्यावरण और पशु स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश के अवसरों जैसे विषयों से लेकर पैनल चर्चाओं को व्यापक रूप में शामिल किया जाएगा। विस्तृत विचार-विमर्श को बाद इसे दस्तावेज का रूप प्रदान किया जाएगा और अधिकारियों के सामने प्रस्तुत किया जाएगा।
इस अवसर पर डॉ प्रवीण मलिक, पशुपालन आयुक्त, डॉ केएमएल पाठक, पशुपालन पर आईसीएफए कार्य समूह के अध्यक्ष, डॉ उमेश शर्मा, भारतीय पशु चिकित्सा परिषद के अध्यक्ष, डॉ डाइटर जोसेफ शिलिंगर, अंतर्राष्ट्रीय पशुधन अनुसंधान संस्थान के डीडीजी, डॉ बीएन त्रिपाठी, डीडीजी पशु विज्ञान, आईसीएआर, डॉ एमजे खान, इंडियन चैंबर ऑफ फूड एंड एग्रीकल्चर के अध्यक्ष और श्रीमती ममता जैन, एग्रीकल्चर टुडे ग्रुप की संपादक और सीईओ ने अपनी उपस्थिति दर्ज की।