सावधान! उत्तराखंड में डेंगू और चिकनगुनिया का खतरा बढ़ा, स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी
नई दिल्ली, 1मई। उत्तराखंड में लगातार बदलते मौसम में अब डेंगू और चिकिनगुनिया का खतरा बढ़ गया है. इसको देखते हुए अब स्वास्थ विभाग ने एडवाइजरी जारी की है. डेंगू और चिकिनगुनिया के खतरे को लेकर स्वास्थ विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है. सोमवार को सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश कुमार ने सभी जिलों को डेंगू वायरस संक्रमण रोकने और बचाव के लिए गाइडलाइन जारी की है.
उत्तराखंड स्वास्थ विभाग ने जारी की एडवाइजरी
उन्होंने सभी जिलाधिकारियों और सीएमओ को निर्देश दिए कि जिला अस्पताल व राजकीय मेडिकल कॉलेज में डेंगू मरीजों के उपचार के लिए अलग से आइसोलेशन वार्ड बनाए जाएं. शहरी निकायों के माध्यम से वार्डों में फॉगिंग की जाए. गाइडलाइन में सभी जिलों को डेंगू और चिकनगुनिया रोग की रोकथाम व बचाव के लिए ब्लाक वायरस सूक्ष्म योजना बनाने के निर्देश दिए हैं.
कब ज्यादा पनपता डेंगू का मच्छर?
बता दें उत्तराखंड में जुलाई से नवंबर तक डेंगू वायरस के पनपने का समय रहता है. कूलर, फूलदान, गमले, खुली पानी की टंकी, पुराने टायर, एकत्रित कबाड़ में पानी जमा होने से डेंगू का लार्वा पनपता है, जिसके लिए जरूरी है कि स्वच्छता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जाए.
एक्शन में स्वास्थ विभाग की टीम
स्वास्थ्य विभाग ने गाइडलाइन में निर्देश दिए कि सभी नगर निगम व निकाय अपने-अपने क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान चलाएं. लार्वा समाप्त करने के लिए नगर निगम, नगर पालिका, आशा कार्यकर्ता व संबंधित विभाग की टीम बनाकर कार्रवाई करें. अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में आइसोलेशन वार्ड बनाकर नोडल अधिकारी नामित करें. डेंगू रोगियों की जांच के साथ प्लेटलेट्स की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए.