चुनाव से पहले कांग्रेस का बड़ा दांव, राजस्थान सरकार ने जाति जनगणना कराने का किया ऐलान
नई दिल्ली, 7अक्टूबर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार रात को बिहार की तरह राजस्थान में भी जाति आधारित गणना करवाने की घोषणा की. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वार रूम में शुक्रवार को कांग्रेस की कोर कमेटी की बैठक में जाति आधारित गणना, पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना यात्रा सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई. बैठक में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर रंधावा, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और अन्य नेता मौजूद रहे. बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, ‘‘राजस्थान सरकार भी बिहार की तरह जाति आधारित गणना करवायेगी.
उन्होंने कहा ‘‘राहुल गांधी जी बार-बार कह रहे हैं, जितनी जिसकी जनसंख्या है उसकी भागीदारी उतनी होनी चाहिए..हम इस अवधारणा को आगे बढ़ाएंगे. इसलिए हमने फैसला किया है कि पार्टी के निर्णय को ध्यान में रखते हुए राजस्थान सरकार को इस अभियान की घोषणा करनी चाहिए. हमारी पार्टी की जो मंशा है वो सामने लायी जानी चाहिए.’’ उन्होंने कहा ‘‘ देश के अंदर विविध जातियां है.. विविध धर्म के लोग रहते हैं जातियां अलग-अलग काम करती हैं, तो अगर मालूम पड़ेगा कि किस जाति की कितनी जनसंख्या है, तो मालूम पड़ेगा कि हमें क्या योजनाएं इनके लिये बनानी हैं. हमारे लिए जाति के अनुसार योजना बनाना आसान हो जाएगा.
प्रदेश प्रभारी सुखजिदंर सिंह रंधावा ने कहा, ‘‘हमने बैठक में पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) की यात्रा के बारे में चर्चा के साथ-साथ जाति आधारित गणना पर चर्चा की है. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि पार्टी के चुनावी अभियान में हमारा जो नारा होगा वह है ‘‘काम किया दिल से.. कांग्रेस फिर से’’ क्योंकि यहां ऐतिहासिक काम हुये हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हम लोग सोमवार को एक महत्वपूर्ण बैठक और करेंगे जिसमें ईआरसीपी की यात्रा पर चर्चा की जायेगी.
बता दें कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है और इसी साल वहां पर विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. ओबीसी का दांव खेलकर कांग्रेस सत्ता में वापसी का खाका तैयार करने में जुटी है.