महिलाओं की भूमिका पर अश्लील टिप्पणी के बाद सीएम नीतीश ने मांगी माफी, बोले- मैने ऐसे ही कह दिया था…
नई दिल्ली,8नवंबर। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पॉपुलेशन कंट्रोल पर अपने अश्लील बयान को लेकर माफी मांगी है. बिहार सीएम ने कहा, ‘मैंने तो बस महिलाओं की शिक्षा की बात की थी.’ उन्होंने आगे कहा, ‘मेरी कोई बात गलत थी तो मैं माफी मांगता हूं. जो लोग मेरी निंदा कर रहे हैं, उनका भी मैं अभिनंदन करता हूं.’
बता दें मंगलवार को राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान जनसंख्या नियंत्रण प्रक्रिया में महिलाओं की भूमिका पर अश्लील टिप्पणी करने के बाद नीतीश कुमार विवादों में घिर गए. राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र में नीतीश कुमार जातिगत जनगणना की रिपोर्ट पेश कर रहे थे. इस दौरान उन्होनें बढ़ती आबादी को लेकर भी अपनी बात कही. सीएम आबादी पर नियंत्रण के लिए लड़कियों की शिक्षा की जरूरत के बारे में बता रहे थे, जिसके बाद नीतीश विवादों में घिर गए.
नीतीश कुमार की महिलाओं को लेकर की गई टिप्पणी को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग नाराज है. मीडिया एजेंसी ANI के मुताबिक, एनसीडब्ल्यू की चीफ रेखा शर्मा ने कहा था कि महिलाओं को लेकर की गई टिप्पणी पर नीतीश कुमार को तुरंत माफी मांगनी चाहिए. रेखा शर्मा ने कहा कि NCW देश की हर महिला की तरफ से नीतीश कुमार से तत्काल माफी मांगने की मांग करता है. एनसीडब्ल्यू चीफ ने कहा सीएम विधानसभा में किया गया कमेंय उस सम्मान और आदर के खिलाफ है, जिसकी हर महिला हकदार है. हम ऐसे व्यवहार के खिलाफ दृढ़ता से खड़े हैं और जवाबदेही की मांग करते हैं.
बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान नीतीश कुमार ने आबादी पर नियंत्रण के लिए लड़कियों की शिक्षा की जरूरत के बारे में बात कही. बातों ही बातों में सीएम ने तकरीबन ‘दृश्य’ सा खींचने वाले अंदाज में घरों में होने वाली यौन क्रिया के बारे में बोलना शुरू कर दिया. जिसे सुनकर सदन में मौजूद महिला विधायकों के मुंह शर्म से लाल हो गए और उन्हें मुंह छिपाने पड़े. वहीं, सदन में बैठे डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और अन्य पुरुष विधायक मुख्यमंत्री की बात पर जोर से हंसते हुए दिखाई दिए.
नीतीश कुमार की टिप्पणी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने X पर कहा था कि मुख्यमंत्री अब सभ्य समाज का प्रतिनिधित्व करने के लायक नहीं हैं. उन्होनें अपना मानसिक संतुलन खो दिया है. नीतीश कुमार विधानसभा में जिस तरह का अमर्यादित बयान दिया है, उससे वह सभ्य समाज का प्रतिनिधित्व करने के लायक नहीं रह गये हैं. उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए’.