झारखंड सरकार को अस्थिर करने का हो रचा जा रहा है षडयंत्र: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन

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नई दिल्ली, 17 नवंबर.झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पूछताछ के लिए ईडी ऑफिस पहुंच गए हैं. पत्रकारों से बातचीत करते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि जब से एजेंसी जांच कर रही है, जो आरोप लगे हैं वो कहीं से संभव प्रतीत नहीं होते. कहीं न कहीं एजेंसियों को जांच करने के बाद भी कोई ठोस निर्णय या ठोस आरोप लगाना चाहिए. मैं CM हूं जिस प्रकार से तलब करने का कार्रवाई चल रही है, लग रहा है कि हम देश छोड़कर भागने वाले लोग हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में अवैध खनन की जांच ED कर रही है.उस संदर्भ में मुझे तलब किया है. इस संबंध में मैंने एक पत्र ED को भेजा है कि किस प्रकार से 1000 करोड़ के घोटाले का जो जिक्र साहेबगंज जिले से आया है वो दुर्भाग्यपूर्ण है. हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड सरकार को अस्थिर करने का षडयंत्र रचा जा रहा है.

वहीं, JMM समर्थक और पार्टी कार्यकर्ता रांची में सीएम आवास के बाहर इकट्ठा हो गए हैं. राज्य के विभिन्न इलाकों से जेएमएम के हजारों कार्यकर्ता रांची पहुंचे हैं. पार्टी की रणनीति है कि जिस वक्त मुख्यमंत्री से ईडी की पूछताछ होगी उस वक्त रांची में जोरदार शक्ति प्रदर्शन हो. ईडी ने राज्य में अवैध माइनिंग के जरिए एक हजार करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सीएम हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए 17 नवंबर को रांची एयरपोर्ट रोड स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में हाजिर होने को कहा है.

इसके पहले उन्हें 3 नवंबर को पूछताछ के लिए समन भेजा गया था, लेकिन उन्होंने पूर्व से तय कार्यक्रमों मे अपनी व्यस्तताओं का हवाला देते हुए ईडी से तीन हफ्ते का वक्त मांगा था. इसपर ईडी ने उन्हें तीन के बदले दो हफ्ते का वक्त दिया और दूसरी बार समन जारी कर 17 नवंबर की तारीख तय की गई है.

बताया जा रहा है कि सीएम से पूछताछ के लिए ईडी के ज्वायंट डायरेक्टर कपिल राज सहित कई बड़े अफसर रांची पहुंच रहे हैं. ईडी ने इस पूछताछ के मद्देनजर क्षेत्रीय कार्यालय और उसके बाहर पर्याप्त सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए राज्य के पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखा है. मुख्यमंत्री के समर्थक और सत्ताधारी पार्टियों के कार्यकर्ता ईडी कार्यालय पर प्रदर्शन कर सकते हैं. इस दृष्टि से पुलिस मुख्यालय ने सुरक्षा की आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी हैं.

अवैध माइनिंग के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने मुख्यमंत्री के विशेष प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को पहले ही गिरफ्तार किया है. पंकज मिश्रा के खिलाफ दायर चार्जशीट में ईडी ने उसे मिलने वाले राजनीतिक संरक्षण का विस्तार पूर्वक उल्लेख किया है. खनन घोटाले में साहिबगंज में छापेमारी के दौरान ईडी को पंकज मिश्रा के घर से एक लिफाफा मिला था. इसमें मुख्यमंत्री के बैंक खाते से जुड़ा चेकबुक था. इसमें से दो चेक बुक हस्ताक्षरित थे. हालांकि, इसमें राशि का उल्लेख नहीं किया गया था. ईडी की चार्जशीट के मुताबिक मुख्यमंत्री के नाम पर राजनीतिक रसूख का इस्तेमाल करते हुए अधिकारियों को कार्रवाई करने से रोका जाता था.

पंकज मिश्रा के अलावा पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश और कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल को भी गिरफ्तार किया गया है. इन दोनों ने भी पूछताछ में हेमंत सोरेन से अपने संबंधों के बारे में जानकारी दी है. माना जा रहा है कि इन्हीं तथ्यों के आधार पर मुख्यमंत्री से पूछताछ की जाएगी. ईडी ने इसके पहले मनरेगा घोटाले के जरिए मनी लांड्रिंग में झारखंड की सीनियर आईएएस खनन सचिव पूजा सिंघल को भी गिरफ्तार किया था. उनसे जुड़े सीए सुमन कुमार के ठिकाने से 17.49 करोड़ नकद मिले थे. ईडी को जांच के दौरान इस बात की जानकारी मिली थी कि इसमें अवैध खनन से मिली राशि भी शामिल है. पूछताछ के दौरान मुख्यमंत्री से इन सभी मुद्दों से जुड़े सवाल पूछे जा सकते हैं.

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