ईसीआई ने विश्व पर्यावरण दिवस मनाया
हमारा प्रयास चुनाव और संबंधित इन्फ्रास्ट्रक्चर को ज्यादा पर्यावरण अनुकूल बनाना है : ईसी अनूप चंद्र पांडे
निर्वाचन आयुक्त श्री अनूप चंद्र पांडे ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर महासचिव श्री उमेश सिन्हा, महानिदेशक श्री धर्मेंद्र शर्मा और ईसीआई के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आज भारतीय अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र और चुनाव प्रबंधन संस्थान (आईआईआईडीईएम), नई दिल्ली में पौधारोपण किया। आयोग ने चुनावों के दौरान राज्यों में भारतीय निर्वाचन आयोग और मुख्य निर्वाचन अधिकारियों द्वारा की गईं विभिन्न पर्यावरण अनुकूल पहलों पर एक बुकलेट का अनावरण और एक प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया।
इस अवसर पर अपने संबोधन में, निर्वाचन आयुक्त श्री अनूप चंद्र पांडे ने कहा कि रिड्यूस, रियूज और रिसाइकिल हमारी चुनाव प्रबंधन की पर्यावरण के लिहाज से अच्छी प्रक्रियाओं के लिए हमारे दृष्टिकोण का अभिन्न सिद्धांत है। हर साल पर्यावरण दिवस के आयोजन से इसके महत्व की पुष्टि होती है। इस साल पर्यावरण दिवस का जोर ‘प्रकृति के साथ सामंजस्य में स्थायित्व के साथ रहना’ और “सिर्फ एक पृथ्वी” के आदर्श वाक्य को अपनाने पर जोर है। उन्होंने कहा कि मतदाताओं को ऑनलाइन पंजीकरण की सहूलियत; विभिन्न हितधारकों को डिजिटल प्रक्रियाओं के माध्यम से सहायता देने के लिए वोटर हेल्पलाइन ऐप, सुविधा पोर्टल, केवाईसी ऐप, सीविजिल, ई-ईपीआईसी, बीडब्ल्यूडी ऐप, वोटर टर्नआउट ऐप जैसे ऐप; उम्मीदवार के लिए ऑनलाइन नामांकन सुविधा; मतदाता जागरूकता के लिए प्रदर्शित की जाने वाली सामग्रियों में सिंगल यूज प्लास्टिक से बचना; उचित कचरा निस्तारण प्रबंधन सुनिश्चित करना जैसी डिजिटलीकरण की विभिन्न प्रक्रियों जैसी पहलों से पर्यावरण अनुकूल चुनाव सुनिश्चित करने की दिशा में प्रयास किए हैं।
श्री पांडे ने कोविड महामारी के बीच बिहार विधानसभा चुनाव, 2020 के दौरान बायोमेडिकल कचरे के निस्तारण की योजना और उसे लागू किए जाने की सराहना की, जो दूसरे सीईओ के अनुकरण के लिए एक केस स्टडी के समान है।
ईसीआई ने अपने सभी राज्य सीईओ को सरकार द्वारा अधिसूचित प्लास्टिक एवं ठोस करचा प्रबंधन के नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। टीमों को यह सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए हैं कि फ्लेक्स, पम्पलेट, बैग आदि प्रचार सामग्री सरकार के दिशानिर्देशों के अनुरूप होनी चाहिए और ‘सिंगल यूज प्लास्टिक’ से बचा जाना चाहिए।
इस अवसर पर लगाई गई प्रदर्शनी में गोवा और पुडुचेरी में नारियल के खोल, ताड़ के पत्तों के इस्तेमाल से मॉडल पर्यावरण अनुकूल मतदान केंद्रों की स्थापना; मेघालय में द्वारा मतदान कर्मचारियों द्वारा पर्यावरण अनुकूल सीड पेन का इस्तेमाल, असम के काकोईजाना रिजर्व फॉरेस्ट में ‘लोकतंत्र के साथ बढ़ो’ पौधारोपण अभियान जहां रिकॉर्ड 32 मिनट में 32,000 पौधे लगाए गए थे, ऐसी कुछ उल्लेखनीय पहलों का प्रदर्शन किया गया। कई सीईओ ने अपने कार्यालय परिसरों और ईवीएम वेयरहाउसों में एलईडी लाइटिंग, वर्षा जल संचयन प्रणालियों और सौर पैनल अपनाकर पर्यावरण मित्र इन्फ्रास्ट्रक्चर को प्रोत्साहन दिया है। हाल में बख्तावरपुर में शुरू किए गए इंटीग्रेटेड इलेक्शन कॉम्पलेक्स न्यूनतम ऊर्जा मांग और छत पर लगे सोलर पैनलों के साथ एक पर्यावरण अनुकूल और हरित इमारत है। इसके अलावा कई सीईओ कागजरहित कार्यालयों के लिए ई-कार्यालय व्यवस्थाएं अपनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।
परिसर में समय-समय पर आने वाले विभिन्न पाठ्यक्रमों के राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभागियों को जानकारी देने के लिए आईआईआईडीईएम में प्रदर्शनी का आयोजन जारी रहेगा।