ट्रेन में महिला कांस्टेबल के साथ दरिदंगी करने वाले मुख्य आरोपी का एनकाउंटर, फायरिंग में एसएचओ घायल
अयोध्या, 22सितंबर। सरयू एक्सप्रेस में महिला कांस्टेबल पर जानलेवा हमले में शामिल मुख्य आरोपी पुलिस मुठभेड़ में मारा गया है. अयोध्या के पूरा कलंदर में मुख्य आरोपी अनीस एनकाउंटर में मारा गया. एसएचओ पूरा कलंदर क्रॉस फायरिंग में घायल हुए हैं. अनीश के दो अन्य साथी अयोध्या के इनायतनगर से मुठभेड़ के बाद अरेस्ट किए गए हैं.मारे गए बदमाश अनीश के दो अन्य साथी आजाद और विशंभर दयाल उर्फ लल्लू घायल हैं. मारे गए बदमाश अनीस पर ट्रेन में महिला कांस्टेबल के साथ छेड़छाड़ करने और मारपीट करने का आरोप था.ट्रेन की खिड़की से सिर लड़ाकर महिला कांस्टेबल को घायल कर दिया था.अयोध्या से पहले ट्रेन धीमी हुई तो तीनों बदमाश फरार हो गए थे.
विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा, ‘‘सरयू एक्सप्रेस में महिला आरक्षी पर हमले की घटना का मुख्य आरोपी अनीश खान आज अयोध्या के पूरा कलंदर में पुलिस के साथ मुठभेड़ में घायल हो गया और उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां बाद में उसने दम तोड़ दिया. वह हैदरगंज थाना क्षेत्र के दसलावन का रहने वाला था. कुमार ने कहा, ‘‘उसके दो अन्य साथी आजाद और विशंभर दयाल दुबे भी घायल हो गए तथा उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है.’’ उन्होंने बताया कि आजाद दसलावन का ही रहने वाला है जबकि दुबे सुलतानपुर जिले के कूरेभार का रहने वाला है. पुलिस ने बताया कि इस मुठभेड़ में पूरा कलंदर के थानाध्यक्ष रतन शर्मा भी घायल हो गए, जिनका इलाज जिला चिकित्सालय में चल रहा है.
गिरफ्तार किए गए दोनों अभियुक्तों ने अनीश खान के साथ मिलकर महिला आरक्षी पर हमले की घटना में शामिल होने की बात स्वीकार की है. महिला आरक्षी को 30 अगस्त को सरयू एक्सप्रेस के एक डिब्बे के अंदर “खून से लथपथ” पाया गया था और उसके चेहरे पर चोटों के कई निशान थे. बाद में उसे लखनऊ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी हालत स्थिर बताई गई है. घटना के संबंध में उसी दिन राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी), अयोध्या में मामला दर्ज किया गया था. इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश प्रीतिंकर दिवाकर द्वारा घटना का स्वत: संज्ञान लेने के बाद मामले में आरोपियों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने का जिम्मा स्थानीय पुलिस और जीआरपी के साथ विशेष कार्य बल (एसटीएफ) को सौंपा गया था.
इससे पहले यूपी एसटीएफ ने तीनों बदमाशों का सुराग देने वालों को एक लाख रुपये का इनाम देने का एलान किया था. 30 अगस्त को यूपी पुलिस की एक महिला कांस्टेबल सरयू एक्सप्रेस में खून से लथपथ मिली थी. हाईकोर्ट के आदेश के बाद योगी सरकार ने मामले की जांच STF को सौंपी थी. डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर महिला कॉन्स्टेबल को तो बचा लिया, लेकिन अभी वह ज्यादा कुछ बोलने की हालत में नहीं है. लखनऊ केजीएमसी ट्रॉमा सेंटर में अभी भी महिला भर्ती हैं.