राजभवन में मनाई गई अनुसुइया उइके के राज्यपाल पद की पहली वर्षगांठ
इंफाल, 24 फरवरी। गुरूवार को अनुसुइया उइके के राज्यपाल पद की पहली वर्षगांठ राजभवन में मनाई गई। राजभवन दरबार हॉल में आयोजित समारोह में राज्यपाल ने अपने सचिव बॉबी वाइखोम के साथ हिंदी शीर्षक “मेरे अभिनव प्रयास“ यानी माई इनोवेटिव एफर्टस नामक एक कॉफी टेबल बुक जारी की। इस बुक में राज्यपाल के एक वर्ष में किये गये विभिन्न कार्यो का लेखा जोखा फोटोग्राफिक टाईटल के साथ प्रस्तुत किया गया है।
इस अवसर पर राज्यपाल ने राजभवन में तैनात सात सीआरपीएफ कर्मियों और राजभवन और पुलिस विभाग के ड्राइवर को उनकी सराहनीय सेवा के लिए प्रशंसा पत्र भी वितरित किए।
समारोह में अनुसुईया उइके ने राज्य की जनता के कल्याण के लिए अपने कर्तव्यों के निर्वहन में कर्मियों द्वारा दिये गये सहयोग और समर्थन के लिए अधिकारियों, कर्मचारियों और सुरक्षा कर्मियों को धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा कि उनके द्वारा राज्यपाल के रूप में कार्यभार संभालने के बाद से राजभवन में कई विकासात्मक पहल की गई हैं।
राज्यपाल ने राज्य की स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य में हिंसा को रोकने के लिए केंद्र और राज्य द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं. राज्यपाल ने कहा कि लोगों विशेषकर सीएसओ, महिलाओं और छात्र नेताओं के सहयोग से राज्य में शांति बहाल की जा सकती है। उन्होंने उम्मीद जताई कि राज्य में जल्द ही शांति कायम होगी. लोगों से सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए सरकार को समर्थन देने की अपील की।
राजभवन आम लोगों के लिए हमेशा खुला है, राज्यपाल ने कहा कि वह राज्य की सांस्कृतिक विविधता और परंपराओं से प्रभावित हैं।
राजभवन की अवर सचिव एम मीना देवी ने राज्य के लोगों और राजभवन के कल्याण के लिए राज्यपाल द्वारा की गई विभिन्न विकासात्मक पहलों के बारे जानकारी प्रदान की। एस प्रीतम कुमार एडिनल सेक्रेटरी ने आभार व्यक्त किया।
राज्यपाल अनुसुईया उइके से नवनियुक्त जनरल-ऑफिसर-कमांडिंग, 57 माउंटेन डिवीजन, मेजर जनरल एस.एस. कार्तिकेय ने अपनी पत्नी श्रीमती प्रिया कार्तिकेय के साथ की मुलाकात
राज्यपाल अनुसुईया उइके से नवनियुक्त जनरल-ऑफिसर-कमांडिंग, 57 माउंटेन डिवीजन, मेजर जनरल एस.एस. कार्तिकेय ने अपनी पत्नी श्रीमती प्रिया कार्तिकेय के साथ आज राजभवन में मुलाकात की और अपनी नियुक्ति और स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि राज्य में किसी भी समय किसी भी आकस्मिक घटना का सामना करने के लिए भारतीय सेना सदैव तैयार रहती है। उन्होंने राज्यपाल को प्रशस्ती पत्र प्रदान करने के लिय धन्यवाद दिया।