जिया खान मौत का मामले में CBI कोर्ट में हुई पहली सुनवाई, 21 अगस्त को सुनी जाएंगी दोनों पक्षों की दलीलें
नई दिल्ली, 28अप्रैल। एक्ट्रेस जिया खान की मौत को लेकर बॉलीवुड एक्टर सूरज पंचोली के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में विशेष केंद्रीय जांच ब्यूरो की अदालत ने मंगलवार को पहली सुनवाई की। CBI अदालत को सुनवाई के पहले दिन बताया गया कि CBI और पंचोली दोनों ने कुछ सबूतों की और जांच की मांग करने वाली केंद्रीय एजेंसी द्वारा दायर एक याचिका पर पिछली अदालत के सामने बहस की थी। अदालत ने कहा कि चूंकि याचिका पर फैसला करना जरूरी है, इसलिए वह 21 अगस्त को दोनों पक्षों की दलीलों पर नए सिरे से सुनवाई करेगी।
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते ही जिया खान की मौत के मामले को CBI की विशेष अदालत को सौंप दिया गया था। जिया खान 2013 में अपने घर में लटकी हुई पाई गई थीं। उनके तत्कालीन बॉयफ्रेंड सूरज पंचोली का कथित तौर पर उनके सुसाइड नोट में नाम था। बाद में, उन्हें आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया और फिर जमानत पर रिहा कर दिया गया, जबकि सेशन कोर्ट में उनके खिलाफ मुकदमा जारी रहा।
‘जिया को मिलेगा इंसाफ’: मां राबिया खान
बता दें कि मामला पूरे 8 साल बाद CBI को सौंपे जाने पर जिया की मां राबिया खान ने राहत की सांस ली है और भरोसा जताया कि उनकी बेटी को आखिरकार इंसाफ जरूर मिलेगा। उन्होंने रिपब्लिक भारत से बातचीत में फैसले पर खुशी जताई थी और कहा था कि ‘उनकी बेटी मासूम थी और उनकी कोई गलती नहीं थी’। साथ ही, उन्होंने आगे कहा- “इसमें कोई शक नहीं है कि जिया की हत्या हुई है और मैं न्याय मिलने का इंतजार कर रही हूं।”
जून 2013 में पूरा देश हैरान रह गया था जब गजनी और हाउसफुल जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों में काम करने वाली एक्ट्रेस को उनके जुहू स्थित घर में रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाया गया था। उन्होंने कथित तौर पर छह पन्नों का एक लेटर छोड़ा था, जो उनकी बहन को उनकी मौत के कुछ दिनों बाद मिला। ये लेटर कथित तौर पर सूरज पंचोली के लिए था।
लेटर में लिखा था, “मैं अंदर से टूट गई हूं। आप यह नहीं जानते होंगे, लेकिन आपने मुझे इस हद तक प्रभावित किया है कि मैं आपसे प्यार करने में खुद को ही खो चुकी हूं। फिर भी आपने मुझे हर दिन प्रताड़ित किया और मेरे सपनों को चकनाचूर कर दिया। मैं अंदर से मरा हुआ महसूस कर रही हूं। आपने मुझे हर दिन जो दर्द दिया है, उसने मेरे हर हिस्से को खत्म कर दिया है, मेरी आत्मा को नष्ट कर दिया है। मैं खा नहीं सकती, सो नहीं सकती और न ही सोच या काम कर सकती हूं। मैं हर चीज से भाग रही हूं। करियर भी अब उतना जरूरी नहीं लग रहा। इसलिए, मैं अपने 10 साल के करियर और सपनों को अलविदा कहती हूं।”
जिया की मां ने लेटर मिलने के बाद आरोप लगाया कि ‘उनकी मौत एक हत्या थी, ना कि आत्महत्या’ और इसके तुरंत बाद, सूरज पंचोली को हिरासत में ले लिया गया था। हालांकि, एक महीने बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। 2013 में जांच और 2016 में CBI ने निष्कर्ष निकाला कि ‘खान की मौत फांसी लगाकर आत्महत्या से हुई है’। CBI ने दिसंबर 2019 में, सेशन कोर्ट के सामने एक आवेदन दिया, जिसमें उसने मामले की आगे की जांच करने की अपनी योजना व्यक्त की। उसने इसके लिए फोरेंसिक विश्लेषण के लिए कुछ चीजें फिर से भेजने की मांग की- जिसमें जिया द्वारा कथित तौर पर इस्तेमाल किया गया दुपट्टा भी शामिल था। उस समय सेशन कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनी थीं और इस पर विशेष CBI अदालत द्वारा फिर से सुनवाई किए जाने की संभावना है।