विदेश मंत्री एस जयशंकर खोला 40 साल पुराना राज, कहा- दोबारा पीएम बनते ही इंदिरा गांधी ने पिता को हटाया था
नई दिल्ली, 22 फरवरी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने एक इंटरव्यू के दौरान कुछ बड़े खुलासे किए और बताया की कैसे उनके पिता डॉक्टर के सुब्रह्मण्यम को इंदिरा गांधी ने केंद्रीय सचिव के पद से हटा दिया था यही नहीं उन्होंने अपने राजनीतिक सफर के बारे में भी काफी कुछ बताया। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा की मेरे पिता सरकारी अधिकारी थे और वो 1979 में जनता सरकार में सचिव बने थे लेकिन उन्हें सचिव पद से हटा दिया गया था। 1980 में वे रक्षा उत्पादन सचिव थे। जब इंदिरा गांधी दोबारा चुनी गईं थीं तब उन्होंने उनको पद से हटा दिया था।
वे काफी ज्ञानी थे, शायद यही दिक्कत थी.इसी के साथ उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ने भी उनके पिता की जगह उनसे जूनियर आदमी को नियुक्त कर दिया था.विदेश मंत्री से जब पूछा गया की आखिर उन्होंने बीजेपी को क्यों चुना तो उन्होंने बताया की मैंने इस पार्टी को इसलिए चुना क्योंकि ये पार्टी देश की भावनाओं को अच्छे से समझती है। आप जब कैबिनेट का हिस्सा होते हैं तो आपको बहुत कुछ जानने को मिलता है.प्रधानमंत्री ने मुझे कैबिनेट में शामिल होने के लिए कहा था। 2011 में मैंने उनसे बीजिंग में मुलाकात की थी, उससे पहले मैं उनसे कभी नहीं मिला था। जब वे CM (गुजरात) थे और वे उस समय वहां (चीन) दौरे पर गए थे। सच कहूं तो उन्होंने मुझ पर बहुत बड़ा प्रभाव डाला था.ये कैबिनेट या सरकार (BJP) एक टीम कैबिनेट है इसमें हम अपने निर्णय नहीं ले सकते बल्कि पूरी टीम लेती है।जब मुझे मंत्री के रूप में चुना गया था तब मैं सांसद नहीं था और न ही कोई राजनीतिक पार्टी का सदस्य था मेरे पास विकल्प था कि मैं राजनीतिक पार्टी चुनूं या नहीं।