गांधी नगर में कल ऊर्जा स्रोतों में बदलाव कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए ‘नवीकरणीय ऊर्जा और महत्वपूर्ण खनिज आपूर्ति श्रृंखलाओं में विविधता लाना’ विषय पर जी20 कार्य समूह की बैठक
नई दिल्ली ,3अप्रैल। नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय, खान मंत्रालय तथा विद्युत मंत्रालय भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत आयोजित दूसरी ऊर्जा अंतरण कार्यकारी समूह की बैठक के हिस्से के रूप में गुजरात के गांधीनगर में कल ‘ऊर्जा स्रोतों में बदलाव पर गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए नवीकरणीय ऊर्जा और महत्वपूर्ण खनिज आपूर्ति श्रृंखलाओं में विविधता लाना’ विषय पर एक आधिकारिक कार्यक्रम की मेजबानी करेंगे। यह कार्यक्रम एशियाई विकास बैंक (एडीबी) तथा ऊर्जा, पर्यावरण और जल परिषद (सीईईडब्ल्यू) के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। इस आयोजन के माध्यम से मूल्य श्रृंखलाओं में चौतरफा विस्तार को बढ़ावा देने सहित ऊर्जा वितरण के लिए नवीकरणीय ऊर्जा (आरई) तथा महत्वपूर्ण खनिज आपूर्ति श्रृंखलाओं में विविधता लाने और उन्हें सुरक्षित बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के सचिव भूपिंदर सिंह भल्ला तथा खान मंत्रालय में सचिव विवेक भारद्वाज इस कार्यक्रम में उद्घाटन भाषण देंगे। वे इस महत्वपूर्ण आयोजन के लिए चर्चा के संदर्भ निर्धारित करेंगे, जिसमें उद्योग व शिक्षा जगत और नीति-निर्माण के क्षेत्र से जुड़े दुनिया के प्रमुख विशेषज्ञों को अपने विचार प्रस्तुत करने का अवसर प्रदान किया जाएगा।
इसके बाद ऊर्जा, पर्यावरण और जल परिषद- सीईईडब्ल्यू की दो रिपोर्ट जारी की जाएंगी। इनमें से एक तो ‘वैश्विक स्वच्छ ऊर्जा संक्रमण वितरण के लिए लचीली नवीकरणीय ऊर्जा आपूर्ति श्रृंखलाओं का विकास करना’ तथा दूसरी ‘सीईईडब्ल्यू, इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी (आईईए), इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रांसपोर्टेशन स्टडीज यूसी डेविस और वर्ल्ड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट इंडिया (डब्ल्यूआरआईआई)’ की रिपोर्ट है। इनका उद्देश्य महत्वपूर्ण खनिजों की आपूर्ति श्रृंखला में आने वाली बधाओं का निपटारा करना है। इस कार्यक्रम में नवीकरणीय ऊर्जा आपूर्ति श्रृंखलाओं को सुरक्षित बनाने तथा उत्पादन में वृद्धि और चक्रीय विस्तार देते हुए खनिज मूल्य श्रृंखला को सशक्त करने पर दो पैनल चर्चाएं भी आयोजित होंगी। इस कार्यक्रम को संबोधित करने वाले प्रतिष्ठित व्यक्तियों में ऊर्जा अंतरण कार्यकारी समूह के अध्यक्ष, विद्युत मंत्रालय के सचिव आलोक कुमार, दक्षिण एशिया क्षेत्रीय विभाग, एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के महानिदेशक केनिची योकोयामा, गुजरात सरकार के ऊर्जा और पेट्रोकेमिकल्स विभाग में प्रधान सचिव ममता वर्मा, अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आईईए) के ऊर्जा दक्षता प्रभाग प्रमुख डॉ. ब्रायन मदरवे, अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) के महानिदेशक डॉ. अजय माथुर, आईआरईएनए की उप महानिदेशक गौरी सिंह, ओएनजीसी विदेश लिमिटेड के प्रबंध निदेशक राजर्षि गुप्ता, सीआईआई नेशनल कमेटी ऑन पावर के सह-अध्यक्ष व अप्रावा एनर्जी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक राजीव रंजन मिश्रा, एशियाई विकास बैंक से प्राइवेट सेक्टर ऑपरेशन्स में दक्षिण एशिया के यूनिट हेड श्री मयंक चौधरी, आसियान एवं पूर्वी एशिया (ईआरआईए) के लिए अनुसंधान रणनीति और नवाचार, आर्थिक अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ वी अंबुमोझी तथा एडीबी में ऊर्जा अंतरण निदेशक डॉ प्रदीप थरकान शामिल हैं।