जीईएम ने पीआईबी के सहयोग से भुवनेश्वर में जीईएम विक्रेता संवाद आयोजित की
इस कार्यक्रम का उद्देश्य जीईएम की सेवा प्रदायगी में सुधार लाते हुए हितधारकों को संवेदनशील बनाना है
सरकारी ई मार्केटप्लेस (जीईएम) ने मंगलवार को पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) के सहयोग से भुवनेश्वर में जीईएम विक्रेता संवाद आयोजित की जोकि जीईएम के हितधारकों के साथ एक संवादमूलक सत्र है जिससे कि डिजिटल प्लेटफॉर्म की सेवा प्रदायगी में और सुधार लाने के लिए उनके फीडबैक तथा सुझाव प्राप्त किए जा सकें।
‘विक्रेता’ की योजना विशेष रूप से जीईएम विक्रेताओं के साथ परस्पर संवाद करने तथा उन्हें जीईएम के नए फीचरों तथा कार्यात्मकताओं से अवगत कराने के लिए बनाई गई है जिससे कि पोर्टल पर इसका प्रचालन करने के लिए उनके लिए इसे और अधिक अनुकूल बनाया जा सके। संवाद के माध्यम से, यह भी योजना बनाई गई कि ये विक्रेता अपने अनुभवों के बारे में चर्चा करें तथा इससे सीखने और प्रेरणा पाने के लिए दूसरों के लिए इसे साझा करें।
मीडिया को संबोधित करते हुए, पीआईबी के संयुक्त निदेशक डॉ. गिरीश चंद्र डैश ने जीईएम के तहत एकीकृत बाजार के महत्व तथा लाभों को रेखांकित किया जैसी कि प्रधानमंत्री ने परिकल्पना की है।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए जीईएम के क्रेता प्रबंधन के निदेशक श्री अनूप धनविजय ने कहा कि जीईएम में पिछले कुछ वर्षों के दौरान असीम वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘अब लाखों क्रेता और विक्रेता जीईएम के साथ जुड़ चुके हैं। इस वृद्धि के साथ, हमें लोगों को संवेदनशील बनाने तथा इसकी सेवा प्रदायगी में और अधिक सुधार लाने की आवश्यकता है जिसके लिए इस विक्रेता संवाद जैसे कार्यक्रम महत्वपूर्ण हैं। ‘‘
जीईएम द्वारा देश भर में ऐसे विक्रेता संवाद आयोजित किए जाने का यह पांचवां दिन है। आज, भुवनेश्वर के अतिरिक्त, पटना तथा अहमदाबाद में भी एक ही साथ विक्रेता संवाद आयोजित किए जा रहे हैं। विक्रेता संवाद का लक्ष्य जीईएम पोर्टल के उपयोगकर्ताओं से फीडबैक तथा सुझाव प्राप्त करते हुए इसकी सेवा प्रदायगी में सुधार लाते हुए पोर्टल को लोकप्रिय बनाना है।
सरकारी ई मार्केटप्लेस (जीईएम) के बारे में :
देश का राष्ट्रीय सार्वजनिक खरीद पोर्टल सरकारी ई मार्केटप्लेस (जीईएम) वस्तुओं एवं सेवाओं की एक समग्र ऑनलाइन मार्केटप्लेस है। इसे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सार्वजनिक खरीद को पुनर्भाषित करने के विजन के एक हिस्से के रूप में 9 अगस्त, 2016 को लांच किया गया। जीईएम सरकारी खरीदारों तथा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों द्वारा खरीद के तरीकों में क्रांतिकारी बदलाव लाने में सक्षम रहा है। जीईएम एक संपर्करहित, कागजरहित तथा नकदीरहित व्यवस्था है तथा तीन स्तंभों : प्रभावशीलता, पारदर्शिता तथा समावेशन पर खड़ा है।
उल्लेखनीय है कि जीईएम ने वित्त वर्ष 2021-22 के एक ही एकल वित्त वर्ष में एक लाख करोड़ रुपये की खरीद की अनुपम उपलब्धि हासिल कर ली है। अपनी शुरुआत से लेकर अब तक , जीईएम ने 3.02 लाख करोड़ रुपये से अधिक के बराबर के 1 करोड़ से अधिक लेनदेनों को सुगम बनाया है। यह देश भर में खरीदारों तथा विक्रेताओं सहित सभी हितधारकों की सहायता से संभव हो पाया है।
अपनी स्थापना के बाद से ही, जीईएम निरंतर नए उत्पाद तथा सेवा श्रेणियों के जोड़े जाने के साथ लगातार बढ़ता रहा है। वर्तमान में, जीईएम पर लगभग 300 सेवा श्रेणियां तथा 10000 से अधिक उत्पाद श्रेणियां उपलब्ध हैं। इन श्रेणियों में उत्पाद तथा सेवा प्रस्तुतियों के लगभग 44 लाख कैटेलॉग हैं। इसके अतिरिक्त, जीईएम एक उभरता हुआ प्लेटफॉर्म है और पोर्टल में नए फीचरों तथा कार्यात्मकताओं को जोड़ने की दिशा में अथक रूप से कार्य करता है। इस सिद्धांत के अनुरुप, पिछले 24 महीनों में लगभग 2,000 गौण तथा 460 से अधिक प्रमुख कार्यात्मकताओं को जीईएम पर प्रस्तुत किया गया है।