सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोप में DGCA अधिकारी अनिल गिल को किया सस्पेंड
नई दिल्ली, 23नवंबर। केंद्र सरकार ने बुधवार को नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) के अधिकारी कैप्टन अनिल गिल को सस्पेंड कर दिया. विमानन नियामक कथित भ्रष्टाचार के आरोपों पर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू करने पर विचार कर रहा है. भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच, उनके खिलाफ शुरुआती जांच पूरी हो गई और रिपोर्ट हाल में नागरिक उड्डयन मंत्रालय को सौंपी गई.
मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक, गिल को केंद्रीय सिविल सेवा नियमों की धारा 10 के तहत सस्पेंड कर दिया गया है. इसके तहत नियुक्ति प्राधिकारी किसी सरकारी अधिकारी को उन मामलों में निलंबित कर सकता है, जहां व्यक्ति के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही पर विचार किया जा रहा है. वर्तमान में, गिल DGCA में एयरोस्पोर्ट्स निदेशालय में निदेशक हैं.
नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बयान में कहा, ‘कदाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति है. ऐसे किसी भी मुद्दे से हमेशा कानून के अनुसार कठोरतम तरीके से निपटा जाएंगे.’ आदेश में कहा गया है कि सस्पेंड की अवधि के दौरान गिल को राष्ट्रीय राजधानी में रहना होगा. शुरुआती जांच केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) के मानदंडों के अनुसार की गई थी.
रिपोर्टों के अनुसार, भ्रष्टाचार के आरोप DGCA विभाग में उनके कार्यकाल से संबंधित हैं. भ्रष्टाचार के आरोपों के मद्देनजर, DGCA ने विभिन्न अधिकारियों की ड्यूटी में फेरबदल करना और उन्हें विभिन्न केंद्रों में स्थानांतरित करना भी शुरू कर दिया है.