गुस्ताखी माफ़ हरियाणा: मामला गुरुग्राम के सिविल अस्पताल की दुर्दशा का
शर्म केंद्रीय मंत्री इंद्रजीत और स्थानिय विधायक सुधीर सिंगला को भी आनी चाहिए – मामला गुरुग्राम के सिविल अस्पताल की दुर्दशा का.
सिविल अस्पताल का हाल बेहाल है। एक अस्पताल भवन में दो अस्पताल चल रहे है। उन डॉक्टरों की हिम्मत है जो जर्जर अस्पताल में काम कर रहे है।
चीफ मिनिस्टर मनोहर लाल आज यहाँ है। जनता उन्हें पकड़ कर सिविल अस्पताल ले जाए।
५६ सेक्टर में अशोक सिंहल विश्विधालय को मनोहर लाल ने करीब पांच सो करोड़ की हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की बनी बनाई बिल्डिंग
तश्तरी में रख कर सौंप दी। सेक्टर ५६ में ही मैक्स अस्पताल को पांच सो करोड़ की सम्पति केवल ८८ करोड़ रुपए में सौंप दी।
अशोक सिंघल का हरियाणा के लिए क्या योगदान है ?
अशोक सिंघल विश्वविद्यालय को दी गयी बिल्डिंग पर सिविल अस्पताल क्यों नहीं खोल दिया जाता।? गुरुकमल तो रातो रात बन गया लेकिन सिविल अस्पताल कब बनेगा ये राम और कृष्ण भी नहीं जानते।
गुरुग्राम के नेताओं सांसद इंदरजीत और विधायक सुधीर सिंगला को भी थोड़ी शर्म आनी चाहिए। हरियाणा के नेताओं को तो क़ानूनी तौर पर प्रॉपर्टी डीलर का लाइसेंस दे देना चाहिए ताकि लोगो को भ्रम तो न रहे। भूपिंदर हूडा ने करोड़ो की जमींन अप्पू घर गुरुग्राम के लिए कौड़ियों के दाम लूटवा दी। चौटाला के टाइम में उद्योग विहार गुरुग्राम में बेशकीमती प्लाट अख़बार चलाने के नाम अलाट कर दिया गया। और वहा बनी बिल्डिंग इंडिया बुल्स को किराये पर दे दी।
किसानों के मसीहा छोटू राम कहते थे की भोले किसान।
बोलना सीख ले और दुशमन की पहचान कर ले। दुर्भाग्य की लोगों ने न बोलना सिखा और न दुशमन को पहचाना। किसानो के नेताओं के गुरुग्राम में
गोल्फ कोर्स रोड पर आलीशान फ्लैट है और उनकी शाम सेवन स्टार होटल में बीतती है। और लोग चुनाव में जाति के आधार पर वोट देती है। अभी भी भाजपा जात -पात के आधार पर तीसरी बार फिर सत्ता में आने की तैयारी कर रही है।